पूजा अर्चना कर शीतला माता से परिवार के स्वस्थ रहने की मन्नत मांगी

भास्कर समाचार सेवा
नजीबाबाद। होली के एक सप्ताह बाद आने वाले बसोड़ा पर्व के अवसर पर शीतला माता की पूजा अर्चना कर महिलाओं ने अपने परिवार के स्वस्थ रहने की मनोकामनाओं के साथ नगर व समीपवर्ती क्षेत्रों में शीतला माता को कच्चे दूध, शीतल जल, बासी पूरी व पुड़े का प्रसाद चढ़ाया।
मंगलवार को नगर के मोहल्ला संतोमालन, बसंती माता, टीला मंदिर, ग्राम कोटकादर स्थित शीतला माता मंदिर में महिलाओं ने पूजा अर्चना कर अपने परिवार के स्वस्थ रहने की शीतला माता की प्रार्थना की।
उल्लेखनीय है कि होली के एक सप्ताह बाद नगर मैं बसौड़ा यानी की शीतला माता की पूजा अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि शीतला माता की पूजा करने से सभी दुख दर्द दूर हो जाते हैं ।महिलाएं बासी खाने से शीतला माता की पूजा अर्चना करती हैं। पूजा अर्चना में पूवे ,हलवा ,पूरी, आदि का भोग माता को लगाया जाता है । पूजा करने के लिये सुबह 4 बजे से लंबी लंबी कतार मंदिर के बाहर लग जाती हैं। यह भी माना जाता है कि शीतला माता की ठंडे भोजन से ही पूजा की जाती है । इस अवसर पर मंदिरों के आसपास मेरी लगाए गए। जिसमें चाट, पकौड़ी, टिक्की, कुल्फी फालूदा, बच्चों के खेल खिलौने आदि के स्टाल लगाए गए। जिस पर महिलाओं व बच्चों ने खूब खरीदारी करी और इसके साथ ही जमकर खाने का लुत्फ उठाया।
प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित हर्षवर्धन शर्मा ने बताया कि इस त्यौहार का आयोजन ऋतु परिवर्तन होने पर नवीन ऋतु के स्वागत में किया जाता है। उन्होंने बताया कि ऋतु परिवर्तन होने पर अनेक रोगों से ग्रसित होने लगता है। सर्दी समाप्त होने के बाद गर्मी प्रारंभ होने का कारण खानपान की व्यवस्था शीघ्र ही खराब होने लगती हैं और यदि ऐसे में हम उनको खाते हैं तो हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। इसी कारण वर्ष आज के दिन बासी भोजन पका कर उससे माता का पूजन करें आज से बासी भोजन का त्याग करने का संकल्प किया जाता है। साथी ऋतु परिवर्तन से होने वाली बीमारियों से बचाव की मनोकामना भी की जाती है।

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