हिंदी सेवा सम्‍मान से साहित्यकार डॉ. प्रज्ञा शर्मा हुई सम्मानित

भास्कर समाचार सेवा

मुंबई। विश्व हिंदी अकादमी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. प्रज्ञा शर्मा को हिंदी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। यह समारोह अंधेरी वेस्ट के मुक्ति कल्चरल हब में हुआ, जहां समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। डॉ. प्रज्ञा को यह सम्मान हिन्दी साहित्य मे उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया है। साथ ही हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों की भी सराहना की गई। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से आने वाली डॉ. प्रज्ञा, लालकिला कवि सम्मेलन, गेटवे ऑफ इंडिया गणतंत्र दिवस मुशायरा, दुबई मुशायरा, संसद भवन कवि सम्मेलन, जश्न -ए- रेख़्ता, पासबान -ए- अदब, मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी, महाराष्ट्र उर्दू अकादमी, दिल्ली उर्दू अकादमी, हिन्दी अकादमी, दिल्ली, राजस्थान उर्दू अकादमी जैसे देश के तमाम नामी-गिरामी कवि सम्मलनों, लिटरेचर फ़ेस्टिवल्स व मुशायरों सहित 700 से अधिक कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुति दे चुकी हैं।

इनकी रचनाएं सब टीवी, लखनऊ व दिल्ली दूरदर्शन, ज़ी सलाम, डीडी सह्याद्री, साधना टीवी, दबंग टीवी, ईटीवी, इत्यादि पर प्रसारित हो चुकी हैं। रेख़्ता फाउंडेशन से प्रकाशित इनकी काव्य संग्रह ‘मौत का ज़िंदगीनामा’ काफी चर्चित रहीं। पुरस्कार समारोह के अलावा, कार्यक्रम में कवि सम्मेलन और मुशायरे का भी आयोजन हुआ। विश्व हिंदी अकादमी पिछले लगभग 30 वर्षों से साहित्य, संगीत, कला, नाटक और अन्य विषयों पर केंद्रित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती आ रही है। विश्व हिंदी अकादमी के अध्यक्ष केशव राय ने कहा कि डॉ शर्मा उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्वरूप हैं जो समाज में अपने कार्यों के माध्यम से अपनी पहचान बनाने का प्रयास कर रही हैं।

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