
फिर पलटी मारने को तैयार हो गए सुशासन बाबू
नई दिल्ली (ईएमएस)। बिहार के घटनाक्रम पर रणनीति पर पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की बुधवार की रात मीटिंग हुई थी। केंद्र ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रसिद्ध समाजवादी नेता दिवंगत कर्पूरी ठाकुर को उनकी जयंती से एक दिन पहले देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘भारत रत्न’ के लिए मनोनीत किया। इसके बाद से बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया। बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रसिद्ध समाजवादी नेता एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने के मोदी सरकार के निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त कर सही बताया।
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) अध्यक्ष नीतीश ने कहा कि ‘दिवंगत ठाकुर जी को उनकी 100वीं जयंती पर दिया जाने वाला ये सर्वोच्च सम्मान दलितों, वंचितों और उपेक्षित तबकों के बीच सकारात्मक भाव पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से दिवंगत कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग करता रहा हूं। कर्पूरी जी को दिए जाने वाले इस सम्मान से मुझे काफी खुशी मिली है और इसके साथ ही जदयू की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है। कर्पूरी ठाकुर बिहार की राजनीति के वास्तविक ‘जन नायक’ या लोगों के नायक रहे हैं, जिनकी विरासत पर विचारधाराओं से परे सभी पार्टियां दावा करती रही हैं।
नीतीश की इंडिया अलायंस से बढ़ती दूरी की खबरों के बीच बिहार की राजनीति में लगातार हलचल है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वर्तमान भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि अगर पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व चाहता है कि नीतीश की एनडीए में प्रवेश हो, तब राज्य यूनिट फैसले को मानेगी। इसके साथ ही सुशील मोदी ने परिवारवाद को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिए बयान को लेकर उनकी तारीफ की है। सुशील मोदी ने कहा कि परिवारवाद पर पहली बार नीतीश ने सही बात कही है।