
सफलता पाने के रास्ते कई होते हैं, बस आपको पता करना पड़ता है कि आपके लिए कौन-सा रास्ता बना है। किसी को कम मेहनत से भी सफलता मिल जाती है तो किसी को एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ता है। भगवान ने सभी की किस्मत में कुछ अलग लिखा है और उसे पाने का तरीका भी सभी का अलग है।
आज हम आपको आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गई तीन बातों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके मामले में अगर कोई इंसान बेशर्म बन जाए तो वो अपने जीवन में सफल हो सकता है। आचार्य चाणक्य की मानें तो अगर कोई इंसान इन 3 चीज़ों को लेकर शर्म करना छोड़ दे तो फिर सफलता खुद उसके पीछे आने लगेगी।
अगर आप सफलता पाने के रास्ते ढूँढने है और जीवन में सफल बनना चाहते हैं तो आचार्य चाणक्य की इन बातों पर गौर फरमाएं।
सबसे पहला काम चाणक्य के अनुसार यह है कि कभी भी अग्नि, गुरु, ब्राह्मण, गौ, कुमारी कन्या, वृद्ध और बालक को पैर हीं लगाना चाहिए, क्योंकि अगर कोई इंसान ऐसा करता है तो वो पाप का भागी बनता है. यह लोग काफी ही पूजनीय होते हैं. अगर गलती से पैर छू जाता है तो तुरंत ही उनके पैर छु लेना चाहिए.
दूसरा काम यह है कि यदि कोई द्वारपाल, नौकर, राहगीर, भूखा व्यक्ति, भंडारी, विद्यार्थी और डरा हुआ इंसान सो रहा हो तो उसे तुंरत उठा देना चाहिए. स्त्री हो या पुरुष इनमें से किसी को भी इन कामों को करते हुए शर्माना नहीं चाहिए.
यदि कोई भी औरत परेशान है,या गर्भवती है या रास्ते में कोई व्यक्ति किसी महिला को छेड़ रहा हो तो आपको किसी की परवाह ना करते हुए उस स्त्री की मदद करनी चाहिए.
चाणक्य द्वारा बताए गए इन तीनों बातों को करते हुए नहीं शरमाएंगे तो आप अपने जीवन में कभी भी धोखा नहीं खायेगे.