असम के चाय बागानों में प्रियंका गांधी क्यों तोड़ रही हैं चाय की पत्तियां, देखिए वीडियो

कांग्रेस चुनाव दर चुनाव ढेर होती जा रही है. सही मायने में इसकी शुरुआत साल 2014 के लोगसभा चुनाव से हुई थी. बीते छह सालों में कांग्रेस अर्श से फर्श पर जा पहुंची है. अब हालत ये है कि पार्टी के अंदर घमासान मचा है. इसके लिए कांग्रेस का एक गुट गांधी परिवार को जिम्मेदार मान रहा है. इस गुट का साफ कहना है कि कांग्रेस में अब नेतृत्व परिवर्तन होना चाहिए. पार्टी के पूर्णकालिक अध्यक्ष के लिए चुनाव होना जरूरी है. यानी अब सोनिया-राहुल और प्रियंका के नेतृत्व पर दिग्गज कांग्रेसियों ने सवाल उठा दिए हैं. कहने का तात्पर्य यह है कि अब पार्टी की बुरी हालत के लिए बड़े कांग्रेसियों ने गांधी परिवार को जिम्मेदार मान लिया है. असम में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो चुका है.

कहा जा रहा है कि इस राज्य में भी कांग्रेस की बुरी हालत है और चुनाव में उसका सूपड़ा साफ होने वाला है. ऐसे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी असम पहुंची हैं और लोगों को रिझाने के लिए चाय के बागान में चाय की पत्तियां तोड़ रही हैं. अब लोग सवाल कर रहे हैं कि जमीनी स्तर पर गायब रहने वाली कांग्रेस पार्टी केवल चुनाव के वक्त पर ही क्यों सक्रिय नजर आती है.

प्रियंका गांधी असम के दो दिन रुकेंगी. वह अपने मिशन असम के तहत दूसरे दिन राज्‍य के सधारू टी स्‍टेट पहुंचीं. वहां उन्‍होंने चाय बागान मजदूरों से मुलाकात की. इसके बाद उन्‍होंने वहां महिलाकर्मियों के साथ बागान में पारंपरिक रूप से चाय की पत्तियां तोड़ीं. हर चुनाव में असम के चाय बागान और मजदूर चुनावी मुद्दा बनते हैं.

इससे एक दिन पहले प्रियंका गांधी ने असम के कामाख्या देवी के मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ दो दिवसीय दौरे की शुरुआत की थी. बता दें कि असम में 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को तीन चरणों में मतदान होगा और 2 मई को नतीजे आएंगे.

बता दें कि प्रियंका गांधी सबसे पहले जलुकबारी इलाके में रुकीं, जहां कांग्रेस समर्थकों ने उनका स्वागत किया था. इसके बाद वह नीलांचल हिल्स स्थित शक्ति पीठ के लिए रवाना हो गईं थीं. प्रियंका गांधी ने कहा था, ‘वह काफी समय से मंदिर आना चाहती थीं और उनकी यह इच्छा पूरी हो गई. मैंने अपने, अपने परिवार और सबसे अधिक असम के लोगों लिए दुआएं मांगी.’

आगामी चुनाव के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि राजनीति के बारे में बाद में बात करेंगे. उन्होंने कहा, ‘मैं भगवान का शुक्रिया अदा करने और उनका आशीर्वाद लेने मंदिर आई हूं, जिन्होंने मुझे बहुत कुछ दिया है.’ इससे पहले प्रियंका ने अपने फेसबुक पेज पर असम में अपने दो दिवसीय दौरे की शुरुआत कामाख्या मंदिर में दर्शन के साथ करने की जानकारी दी थी.

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