कोरोना ने बढ़ाई केजरीवाल सरकार की टेंशन, एक दिन में रिकॉर्ड 17, 282 नए केस, अब होटलों में भी होगा इलाज


नई दिल्ली

महाराष्ट्र के बाद दिल्ली में भी कोरोना वायरस के मामले रोजाना नए रेकॉर्ड बना रहे हैं। बुधवार को दिल्ली में कोरोना वायरस से 17, 282 लोग संक्रमित हुए हैं, वहीं 104 लोगों की मौत हुई है। देश की राजधानी में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों ने केजरीवाल सरकार की टेंशन बढ़ा दी है।

कोरोना पेशंट्स को बेहतर और तत्काल इलाज देने के लिए कई अस्पतालों के साथ बैंक्वेट हॉल और होटलों को जोड़ा गया है, जिससे बेड की संख्या बढ़ जाए और कोविड मरीजों को भर्ती होने में परेशानी न आए। हल्के लक्षण वाले मरीजों का बैंक्वेट हॉल में और गंभीर मरीजों का अस्पताल में इलाज किया जाएगा। 23 अस्पतालों को होटल और बैंक्वेट हॉल से जोड़ा गया है।

दिल्ली में आईसीयू बेड की किल्लत!
दिल्ली में वेंटिलेटर सहित कोविड-19 आईसीयू बिस्तर की सुविधा वाले 94 में से 69 अस्पतालों में सारे बिस्तर भर गए हैं और केवल 79 बिस्तर खाली हैं। एक आधिकारिक ऐप में दिए गए आंकड़ों में बुधवार को यह जानकारी सामने आई। दिल्ली कोरोना ऐप के अनुसार, दोपहर दो बजे तक, 110 अस्पतालों में से 75 में बिना वेंटिलेटर वाले सभी कोविड-19 आईसीयू बिस्तर भरे थे।

वेंटिलेटर वाले 1,177 कोविड-19 आईसीयू बिस्तरों में से केवल 79 खाली थे जबकि बिना वेंटिलेटर के 2,130 कोविड आईसीयू बिस्तरों में से 348 खाली थे।इसके अलावा कुल 13,680 बिस्तरों में से 9,041 भरे थे। महामारी की चौथी लहर का सामना कर रही राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को संक्रमण के 13,468 नए मामले सामने आए और 81 मरीजों की मौत हो गई।

दिल्ली कोरोना ऐप के अनुसार, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल, बीएसए अस्पताल और मैक्स पटपड़गंज समेत 69 अस्पताल ऐसे हैं जहां वेंटिलेटर वाले कोविड आईसीयू बिस्तर खाली नहीं हैं। ऐप के अनुसार, अपोलो अस्पताल और शालीमार बाग का फोर्टिस अस्पताल में बिस्तर पूरी तरह भरे हैं।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें