कोरोना: महाराष्ट्र से लौटी बूढ़ी मां, बेटे ने घर में नहीं घुसने दिया, रेलवे अधिकारियों ने छोटे बेटे के पास दिल्ली भेजने का किया इंतजाम

लॉकडाउन के बीच मुंबई से एक बेहद असंवेदनशील घटना सामने आई है। एक बेटे ने अपनी 68 वर्षीय माँ को मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया।

घटना शनिवार (मई 30, 2020) की है। घर से निकाले जाने के बाद महिला रेलवे स्टेशन के बाहर बैठी थी। उन्हें रेलवे अधिकारियों ने देखा। अधिकारियों ने महिला की सच्चाई जानने के बाद उन्हें सुरक्षित घर पहुँचाने का बंदोबस्त किया। महिला को शाम में राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली भेजा जाएगा, जहाँ पर उनका छोटा बेटा रहता है।

ऐसे समय में जब फिल्म स्टार प्रवासियों को घर वापस पहुँचाने की व्यवस्था करने को लेकर सुर्खियाँ बटोर रहे हैं, कुछ रेलवे अधिकारियों ने चुपचाप इस बुजुर्ग महिला की मदद की है, और अब उनके सुरक्षित तरीके से घर पहुँचाने की व्यवस्था कर रहे हैं।

बता दें कि लॉकडाउन के बीच दिल्ली निवासी लीलावती केशव नाथ बांद्रा टर्मिनल रेलवे स्टेशन के बाहर फुटपाथ पर अकेली बैठी हुई थी। जब रेलवे के संबंधित अधिकारियों ने उनसे पूछा कि वो इस तरह से यहाँ क्यों बैठी हुई हैं, तो उन्होंने बताया कि उन्हें उनके बड़े बेटे ने घर से बाहर निकाल दिया है।

बेहद कमजोर और काफी मुश्किल से बोल पाने में सक्षम लीलावती ने अधिकारियों को बताया कि वह चार महीने पहले बीमार बेटे की देखरेख के लिए मुंबई आई थी।

लीलावती ने सिसकते हुए फोन पर बताया, “कुछ महीने पहले सब कुछ बंद होने की वजह से मैं यहाँ पर फँस गई थी। मेरे बेटे ने मुझे यहाँ बुलाया था क्योंकि वह बीमार था और उसे देखभाल की जरूरत थी। लेकिन जब वह ठीक हो गया, तो उसने मुझे जाने के लिए कहा। उसने मुझे पीटा और मेरी चीजें घर से बाहर फेंक दीं। उसने कहा कि तुम्हें जहाँ जाना है जाओ।”

उन्होंने कहा कि उनके पति का पिछले साल दिसंबर में निधन हो गया था। उन्होंने रोते हुए बताया, “मैं अपने बच्चों के अलावा और कहाँ जाऊँगी?”

सीनियर डिविजनल ऑपरेशंस मैनेजर सुहानी मिश्रा के नेतृत्व में मुंबई सेंट्रल में टीम को पता चला कि उनका दूसरा बेटा दिल्ली में रहता है। फिर उन्हें सुरक्षित घर वापस भेजने की व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया।

बांद्रा टर्मिनल के स्टेशन अधीक्षक सागर कुलकर्णी ने बताया कि उन्होंने महिला को खाना दिया और उनके बारे में पूरी जानकारी ली। महिला ने उन्हें बताया कि वो रात भर वेटिंग रूम में अच्छी तरह से सोई थी। उन्होंने बताया कि वो कार का इंतजार कर रहे हैं, जिससे लीलावती को मुंबई सेंट्रल स्टेशन पहुँचाया जाएगा और फिर वहाँ से उन्हें राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में दिल्ली के लिए बैठा दिया जाएगा।

मुंबई में अधिकारियों ने लीलावती के लिए एसी-टू टायर टिकट बुक किया। उन्होंने कहा कि वह बोर्ड पर उनके भोजन की व्यवस्था करेगा और यह देखेगा कि वह सुरक्षित घर पहुँच जाए।

ट्रेन सोमवार को दिल्ली पहुँचेगी। महिला के दिल्ली पहुँच जाने पर उसे घर पहुँचाने के लिए भी रेलवे अधिकारी कार की व्यवस्था कर रहे हैं। लीलावती ने बताया कि उनका छोटा बेटा पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर में रहता है और एक हार्डवेयर कंपनी में काम करता है। महिला ने बताया कि उनके पाँच बच्चे और पोते हैं।

लीलावती ने कहा, “मुझे और क्या करना है? मैंने अपने सभी बच्चों की शादी करवा दी है। उनके अब अपने बच्चे हैं। मुझे और क्या करने की आवश्यकता है?”

रेलवे अधिकारी और रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी मानवता की मिसाल पेश करते हुए लीलावती के साथ उनके घर तक ये देखने के लिए जाएँगे कि उन्हें उनका बेटा अपना ले और उनकी देखभाल करे।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें