कोरोना संकट : दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत में सबसे महंगी मिलेगी कोविशील्ड, जानिए क्यों ?

देश में 1 मई से शुरू होने वाले वैक्सीनेशन अभियान के अगले चरण में निजी अस्पताल सीधा कंपनियों से वैक्सीन खरीद पाएंगे। हाल ही में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने बताया था कि वह निजी अस्पतालों को 600 रुपये प्रति खुराक की दर से कोविशील्ड की एक खुराक देगी।

यह पूरी दुनिया में कंपनी की वैक्सीन की सबसे ज्यादा कीमत होने जा रही है। किसी भी दूसरे देश में इस वैक्सीन की इतनी कीमत नहीं है।एस्ट्राजेनेका ने विकसित की है कोविशील्ड

कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका ने विकसित किया है। लाइसेंस के तहत पुणे स्थित SII इसका उत्पादन कर रही है।

यह कंपनी केंद्र सरकार को 150 प्रति खुराक वैक्सीन बेच रही है।

हाल ही में सरकार ने राज्यों और निजी अस्पतालों को वैक्सीनेशन अभियान के अगले चरण के लिए सीधा कंपनी से वैक्सीन खरीदने की छूट दी थी।

SII ने राज्यों के लिए 400 रुपये और निजी अस्पतालों के लिए 600 रुपये प्रति खुराक के दाम तय किए हैं।कोविशील्ड की बिक्री

पूनावाला ने कही थी 150 रुपये में भी मुनाफा होने की बात

राज्यों और निजी अस्पतालों के लिए वैक्सीन की इतनी ऊंची कीमत तब है, जब SII प्रमुख आदर पूनावाला ने कहा था कि उन्हें 150 रुपये प्रति खुराक में भी मुनाफा हो रहा है।

महामारी की दूसरी लहर के बीच SII की तरफ से जारी रेट कार्ड इस वैक्सीन को दुनिया के बाकी देशों की तुलना में अधिक महंगी बना रहा है।

अगर कोई राज्य मुफ्त वैक्सीन नहीं लगाता है, तो वहां भी लोगों को वैक्सीन की ऊंची कीमत चुकानी होगी।तुलना

बाकी देशों में किस कीमत पर बिक रही कोविशील्ड?

इंग्लैंड, अमेरिका और यूरोपीय संघ सीधे एस्ट्राजेनेका से इस वैक्सीन को खरीद रहे हैं, लेकिन वो भी इसकी इतनी कीमत नहीं चुका रहे।

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, भारत में निजी अस्पतालों के लिए प्रति खुराक इसकी कीमत 600 रुपये (8 डॉलर) है। वहीं सऊदी अरब और दक्षिण अफ्रीका में यह 5.25 डॉलर, अमेरिका और बांग्लादेश में 4 डॉलर, ब्राजील में 3.15 डॉलर, इंग्लैंड में 3 डॉलर है और यूरोपीय संघ इसे 2.15-3.50 डॉलर की दर से खरीद रहा है।बयान

कई देशों को कम कीमत पर वैक्सीन भेज रही SII

भारत में निजी अस्पतालों और राज्यों के लिए कोविशील्ड की जितनी कीमत तय हुई है, उससे कम कीमत पर SII बांग्लादेश, सऊदी अरब और दक्षिण अफ्रीका में वैक्सीन भेज रही है। कई देशों में वैक्सीनेशन का पूरा खर्च वहां की सरकारें वहन कर रही हैं।कोविशील्ड की बिक्री

केंद्र के लिए भी लागू होंगे राज्यों वाले दाम

SII केंद्र को भी शुरुआती 10 करोड़ खुराकें कम दाम पर दे रही है। इसके बाद केंद्र के लिए भी राज्यों वाले दाम लागू हो जाएंगे।

पूनावाला ने बताया कि सरकार ने 3,000 करोड़ रुपये का जो अग्रिम भुगतान किया है, उसका इस्तेमाल 11 करोड़ अतिरिक्त खुराकों की आपूर्ति के लिए होगा। इसका ऑर्डर लगभग एक महीने पहले मिल गया था।

इसके बाद अब अगर केंद्र कोई ऑर्डर देगा तो उसे 400 रुपये प्रति खुराक के हिसाब से वैक्सीन मिलेगी।जानकारी

सरकार और कंपनी की तरफ से नहीं आई प्रतिक्रिया

इंडियन एक्सप्रेस ने जब स्वास्थ्य मंत्रालय से पूछा कि क्या सरकार इस बढ़ी हुई कीमत पर वैक्सीन खरीदने के लिए राजी हो गई तो उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। वहीं SII ने भी इस प्रश्न का जवाब नहीं दिया है।कोविशील्ड

भारत की तुलना में अन्य देशों में कीमत कम क्यों?

भारत में कोविशील्ड के अधिक दाम अन्य देशों से ज्यादा होने पर प्रतिक्रिया देते हुए पूनावाला ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया था कि उन देशों ने सीमित आपूर्ति के लिए काफी समय पहले दामों को लेकर समझौता कर लिया था। यह समझौता तब हो गया था, जब वैक्सीन की सफलता को लेकर संदेह बना हुआ था। पूनावाला ने कहा था कि उन्हें 50 प्रतिशत राजस्व एस्ट्राजेनेका को देना होता है। इसलिए 150 रुपये की कीमत कम है।

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