मध्य प्रदेश में विकराल हुआ कोरोना का संक्रमण, शहरों में बेड के लिए भटक रहे मरीज

मध्यप्रदेश में कोरोना की रफ्तार में कोई कमी नहीं दिख रही है। अब छोटे शहरों में भी एक दिन में 200 से ज्यादा संक्रमित निकलने लगे हैं। 24 घंटे में उज्जैन, सागर, खरगोन, शिवपुरी, कटनी, नरसिंहपुर, सतना और शाजापुर में 200 से ज्यादा नए केस सामने आए हैं। इस दौरान प्रदेश में सबसे ज्यादा 1,681 केस भोपाल में मिले हैं। इसके बाद इंदौर में 1,679 संक्रमित निकले, जबकि सबसे ज्यादा 10 मौतें हुईं।

उधर, जबलपुर स्वास्तिक अस्पताल प्रबंधन ने एक संक्रमित का शव परिजन को देने से मना कर दिया। मरीज के परिजन पहले ही ढाई लाख रुपए जमा करा चुके थे, लेकिन अस्पताल वाले सवा लाख रुपए और मांग रहे थे। बाद में प्रशासन के दखल के बाद अस्पताल ने शव दिया।

प्रदेश में लगातार केस बढ़ने की वजह से नए मरीजों के लिए बेड की कमी पड़ गई है। इंदौर, जबलपुर में सबसे ज्यादा दिक्कत आ रही है। अस्पताल के बाहर मरीज अपने वाहनों में ही बेड खाली होने का इंतजार कर रहे हैं। जबलपुर में बेड बढ़ाने के लिए कलेक्टर कर्मवीर शर्मा गुरुवार को अधिकारियों के साथ शहर के चक्कर लगाते रहे।

9 घंटे ऑटो में ऑक्सीजन के सहारे भटके तब मिला बेड

इंदौर में ऑक्सीजन की किल्लत के चलते गुरुवार को कई अस्पतालों ने मरीजों को भर्ती करने से मना कर दिया। कई मरीज परिजन के साथ अस्पतालों के बाहर इंतजार करते रहे। बंगाली इलाके के मित्र बंधु नगर की 62 वर्षीय चित्रलेखा को लेकर उनके पति ज्ञानसिंह 9 घंटे तक 7 अस्पतालों के चक्कर लगाते रहे। ऑटो में ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर वे सुबह 9.30 बजे घर से निकले और शाम 6.30 बजे रिया अस्पताल में 50 हजार रुपए जमा कराने के बाद चित्रलेखा को भर्ती किया गया। उन्होंने ऑटो वाले को भी एक हजार रुपए किराया चुकाया।

भोपाल: इंदौर से आगे निकला, एम्स में बंद होगी जनरल ओपीडी
भोपाल में कोरोना केस अब इंदौर से ज्यादा आ रहे हैं। यहां 24 घंटे में इंदौर से 2 केस ज्यादा यानी 1,681 मामले आए। भोपाल में संक्रमण दर 27% से ज्यादा है। स्थिति को देखते हुए सरकार कोरोना मरीजों के लिए सुविधाएं रिजर्व करने लगी है। ​एम्स में कोरोना मरीजों के लिए 500 बेड रिजर्व किए गए हैं। इसके अलावा 165 बेड का ICU भी होगा। यहां कुल 870 बेड हैं। 19 अप्रैल से जनरल ओपीडी बंद कर दी जाएगी, लेकिन इमरजेंसी ओपीडी चालू रहेगी। नियमित ऑपरेशन भी बंद कर दिए जाएंगे। सिर्फ इमरजेंसी केस में ही ऑपरेशन किए जाएंगे।

इंदौर: नए केस से ज्यादा डिस्चार्ज हुए, लेकिन मौतें ज्यादा
इंदौर में 24 घंटे में लिए गए 7,124 सैंपल में से 1,679 नए केस सामने आए हैं, जबकि 1,895 मरीज ठीक भी हुए। इससे इंदौर में एक्टिव केस 10 हजार से घट कर 9,848 रह गए हैं। हालांकि मौतों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सरकारी रिकॉर्ड में 24 घंटे में 10 लोगों की मौत हुई है। संक्रमण दर भी कम नहीं हो रही है, अभी यह 23% से ऊपर बनी हुई है।

ग्वालियर: 735 नए केस, लगातार चौथे दिन 500 पार
शहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 24 घंटे में 735 संक्रमित मिले हैं और 2 लोगों की मौत हुई है। सिंधिया कन्या विद्यालय की 23 छात्राएं भी संक्रमित निकली हैं। लगातार चौथे दिन नए संक्रमितों का आंकड़ा 500 के पार रहा है। उधर, शिवपुरी जिले में गुरुवार को पहली बार 248 नए संक्रमित मिले हैं। दतिया, मुरैना, श्योपुर और भिंड में संक्रमितों की संख्या 100 से कम रही है।

जबलपुर: अस्पताल फुल, नई जगह की तलाश
यहां 24 घंटे में 724 नए केस आए हैं, 8 लोगों की मौत हुई है। 24 घंटे में 2,570 सैंपलों की जांच हुई थी। यहां 4,614 एक्टिव केस और 2,082 संदिग्ध केस हो गए हैं। 20 कंटेनमेंट जोन एक्टिव हैं। कोरोना के बढ़ते आंकड़ों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। चिंता इस बात की है कि इसी रफ्तार से मरीज सामने आए तो अगले दो दिनों में उन्हें कहां भर्ती करेंगे।

सरकारी आंकड़ों में 8 मौत, श्मशानों में 60 चिताएं जलीं 

जबलपुर प्रशासन के हेल्थ बुलेटिन में गुरुवार को 8 लोगों की मौत बताई गई, लेकिन दो श्मशान घाटों में 60 लाशें जलीं। एक के बाद एक कोरोना संक्रमितों के शव आते रहे। चिता ठंडी पड़ने से पहले ही दूसरे शव के अंतिम संस्कार की तैयारी होने लगी। जगह की कमी को देखते हुए जेसीबी लगाकर चौहानी श्मशान घाट में जगह समतल कराई गई और 20 शवों के संस्कार के लिए जगह बनाई गई। तिलवारा में भी कोविड संक्रमितों का अंतिम संस्कार शुरू कर दिया गया है।

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