शाहजहांपुर: शाहजहांपुर में कचहरी परिसर में अधिवक्ता भूपेंद्र प्रताप सिंह की हत्या मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है. साथ ही हत्या के आरोप में अधिवक्ता सुरेश गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है. हत्या के पीछे किराएदारी का विवाद होने की बात कही गई है. पुलिस की ओर से बताया गया कि सिंजई में अधिवक्ता सुरेश गुप्ता के मकान पर भूपेंद्र सिंह रहते थे और किराये को लेकर दोनों के बीच विवाद होने के बाद दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ कई मुकदमें दर्ज कराए थे. हालांकि, पुलिस की मानें तो सुरेश गुप्ता ने अपना जुर्म कुबूल लिया है. वहीं, पुलिस इस हत्या से संबंधित सभी गुत्थियों को सुलझा लेने का दावा कर रही है.
04 घंटे के अंदर अधिवक्ता भूपेंद्र की हत्या का सफल अनावरण,
— SHAHJAHANPUR POLICE (@shahjahanpurpol) October 18, 2021
कचहरी परिसर में अधिवक्ता की हत्या करने वाला पेशे से अधिवक्ता सुरेश गुप्ता की गिरफ्तारी के सम्बंध में एस. आनंद SP #shahjahanpurpol का वक्तव्य। #UPPolice pic.twitter.com/lH4KjtV8FO
गौर हो कि शाहजहांपुर कचहरी परिसर में सोमवार की सुबह तीसरे माले पर स्थित रिकार्ड रूम के सामने अधिवक्ता भूपेंद्र प्रताप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हालांकि, मौके पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल से एक तमंचा बरामद हुआ था.
04 घंटे के अंदर अधिवक्ता भूपेंद्र की हत्या का सफल अनावरण,
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कचहरी परिसर में अधिवक्ता की हत्या करने वाला सुरेश गुप्ता गिरफ्तार, पेशे से अधिवक्ता है अभियुक्त, मुकदमे बाजी की रंजिश के चलते की गई थी हत्या, गिरफ्तार अधिवक्ता सुरेश गुप्ता द्वारा हत्या कारित करना स्वीकार किया गया है। pic.twitter.com/q3w5FzXn16
पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सुरेश गुप्ता ने पुलिस को बताया कि भूपेंद्र को अगर वे नहीं मारते तो उन्हें सुसाइड करना पड़ता. पुलिस के अनुसार जेब में तमंचा रखकर सुरेश कहचरी परिसर में आए थे. भूपेंद्र को रिकॉर्ड रूम के पास ऐसी जगह पर निशाना बनाया गया, जहां लोगों की आवाजाही कम थी.
हत्या के बाद मची भगदड़ में सुरेश भी वहां से भाग निकले और चुपचाप अपनी सीट पर आकर बैठ गए थे. बता दें कि अधिवक्ता हत्या में मामले में गिरफ्तार आरोपी सुरेश गुप्ता 88 साल के हैं और स्टेट बैंक से रिटायर हुए हैं.