
भारत जब इन दिनों चीन को हर मोर्चे पर करारी शिकस्त दे रहा है. तो वहीं चीन भारत को बार-बार गीदड़ भभकी ही दे रहा है. चीन कितना चालबाज़ और धोखेबाज है ये पूरी दुनिया को पता है. अब जब भारत की मुस्तैदी के कारण चीन सीमा पर सीधे संघर्ष में लगातार मात खा रहा है तो उसने नया रास्ता अपनाया है. चीन ने अब पाकिस्तानी आतंकियों की मदद करनी शुरू कर दी है. पाकिस्तान आतंकवादी संगठन और इसके इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस ने योजना बनाई है कि अब जम्मू कश्मीर के साथ-साथ पंजाब के रास्ते चीन के ड्रोन्स की मदद से खतरनाक हथियार और दूसरे दहशत का सामान भेजा जाएगा.
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर के अनुसार काउंटर टेरर ऑपरेशंस से जुड़े अधिकारियों ने जानकारी दी है कि आतंकवादी संगठन और ISI की ओर से ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के लिए कुछ वर्षों तक छोटे ड्रोन्स के इस्तेमाल के बाद इन्होंने अपग्रेडेड ड्रोन्स की खरीददारी की है, जो ज्यादा अमाउंट में हथियार और विस्फोटक सीमा के पार भेजने में काफी सक्षम हैं. फिलहाल LOC पर भारी बर्फ़बारी हुई है और इस कारण जिहादी आतंकी सीमा पार नहीं कर पा रहे हैं.
इसलिए जब चालबाज़ चीन को कोई और रास्ता नजर नहीं आया तो उसने पाकिस्तान को अपने ड्रोन्स मुहैया कराने शुरू कर दिए हैं, ताकि उनका इस्तेमाल कर वो पंजाब के रास्ते भारत में दहशत फैलाने के लिए सामन आसानी से भेज दे. जम्मू कश्मीर में हाल के महीनों में जिस तरह से सुरक्षा बलों ने आतंकियों का सफाया शुरू किया है और विकास के कामों के साथ-साथ DDC के चुनाव भी हुए हैं, उसने आतंकियों को परेशान कर दिया है और वो किसी बड़े हमले की फिराक में लगे हुए हैं.
एक रिपोर्ट में इस बात को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है. जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान में मौजूद खालिस्तानी संगठनों को उनके आका पंजाब में हो रहे ‘किसान आंदोलन’ का फायदा उठाकर राज्य में दहशतगर्दी को दोबारा जिंदा करने के लिए तमाम तरह की साजिश रच रहे हैं. ‘किसान आंदोलन’ में जिस तरह से भारतीय प्रतीक चिह्नों का अपमान हुआ है और इस्लामी सक्रियता देखी गई है, उससे भी इस ख़ुफ़िया सूचना को बल मिलता है.
बात अगर केवल पंजाब की करें तो अगस्त से लेकर अब तक 4 चाइनीज ड्रोन्स जब्त किए जा चुके हैं. न सिर्फ इन चाइनीज कमर्शियल ड्रोन्स से सामान पहुँचाया जा सकते हैं, बल्कि अलर्ट में ये भी कहा गया है कि इनका इस्तेमाल कर सीमा पर तैनात भारतीय जवानों पर गोलीबारी भी हो सकती है.
जब चीन भारत को अपनी ताकत से नहीं हरा पा रहा तो ऐसे में उसने अपनी चालबाज़ी शुरू कर दी है. पर शायद चीन ये भूल रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने ये साफ़-साफ़ कह दिया है कि जो दुश्मन भारत की तरफ गलत तरीके से आंख उठाकर देखेगा उसकी मंशा कभी पूरी नहीं होने दी जाएगी. चीन लाख कोशिश कर ले पर भारतीय सैनिकों के आगे वो टिक नहीं पाएगा और भारत एक बार फिर चीन को करारा जवाब देने के लिए तैयार बैठा है.