महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ के दरबार में लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन को आते हैं। बाबा का दर्शन-पूजन मंगलवार को भोर में ढाई बजे मंगला आरती से शुरू हो जाएगा। महाशिवरात्रि पर बाबा के मंगला आरती में भाग लेने के लिए 850 भक्तों ने टिकट खरीदे हैं। मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि अब टिकट बिक्री पर रोक लगा दी गई है। बता दें कि महाशिवरात्रि पर प्रत्येक टिकट दर 2001 रूपये रखा गया था। उन्होंने बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए मेडिकल टीम मुस्तैद रहेगी साथ ही भक्तों के लिए शुद्ध पेय जल भी उपलब्ध रहेगा।
भक्तों के मंदिर आने-जाने का मार्ग तय
मुख्य कार्यपालक अधिकारी वर्मा के अनुसार इस बार भक्तों के आवागमन का रूट भी निर्धारित कर दिया गया है। महाशिवरात्रि पर जिस गेट से भक्त जाएंगे उसी गेट से बाहर भी निकलेंगे। नंदू फरिया गेट (गोदौलिया मार्ग) से जो जाएंगे वो गोदौलिया गेट से ही निकलेंगे। ऐेसे ही जो ढुंढिराज गणेश मार्ग से जाएंगे उसी गेट से निकलेंगे। सरस्वती फाटक से जाएगा वो उसी से बाहर निकलेगा। गंगा द्वार से जो भक्त मंदिर जाएंगे वो उसी गेट से निकलेंगे। बता दें कि अब तक मंदिर आने वाले भक्तों को एक द्वार से प्रवेश और दूसरे मार्ग से निकास की सुविधा दी जाती थी, इससे भक्तों को काफी परेशानी होती थी। वो जो अपना सामान लॉकर में रखते थे उसे पाने के लिए उन्हें दोबारा मशक्कत करनी होती थी। अब इस नई व्यवस्था से उन्हें काफी सहूलियत होगी।
वीआईपी आएंगे गंगा द्वार से
वीआईपी, गंगा द्वार से आएंगे। ऐसे ही विकलांग- बुजुर्ग गेट नंबर चार से जाएंगे। मैदागिन से गोदौलिया गेट और नंदू फरिया से गोदौलिया तक स्टील की बैरिकेटिंग कर दी गई है।
खिड़किया घाट और राजघाट से भक्त पहुंचेंगे गंगा द्वार
इस वर्ष काशी विश्वनाथ के दर्शन करने वाले भक्तों को बिल्कुल अलग ही अनुभूति होगी। पहली बार भक्त गंगा स्नान के बाद सीधे गेट वे ऑफ कॉरिडोर से बाबा विश्वनाथ के दरबार जा सकेंगे। मंदिर प्रशासन ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। खिड़किया घाट और राजघाट से नाव के जरिए भक्त ललिता घाट पहुंचेंगे, फिर गंगा जल लेकर सीधे भक्त बाबा विश्वनाथ के मंदिर जाकर उनका जलाभिषेक कर सकेंगे।
विश्वनाथ टेंपल एप से हजारों ने कराई स्लॉट बुकिंग
इसके अलावा मंदिर प्रशासन की ओर से जारी श्री काशी विश्वनाथ टेम्पल ट्रस्ट एप पर रजिस्ट्रेशन के जरिए दर्शन के लिए अपना स्लॉट बुक करा सकते हैं.वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि अब तक इस एप पर दर्शन के लिए हजारों भक्तों ने स्लॉट की बुकिंग कर ली है।