खरगूपुर,गोंडा। प्रदेष की राजधानी व सिद्धार्थनगर में कोतवाली संभाल चुके अभिशेक सिह को एसपी आकाष तोमर ने खरगूपुर थाने की कमान सौंपी है जहां पर पुलिस व आम आदमी में बहुत दूरियां आ गयीं थी। यहां पर एसओ पब्लिक नजर में गिर गये थे और हर कोई उनके हटने की सूचना सुनना चाह रहा था।
आम जनमानस की भावनाओं की कद्र करते हुए आखिरकार पुलिस अधीक्षक ने खरगूपुर थानाध्यक्ष कुबेर तिवारी का स्थानांतरण कर दिया। उनके पाँच महीने के कार्यकाल में अराजकता का माहौल बना रहा। क्षेत्र में दर्जनों चोरियाँ होने के बाद एक का भी खुलासा नहीं हुआ। मारपीट व अन्य मामलों में आरोपी के साथ पीड़ित को भी शांति भंग में जेल भेजना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय रहा।उनकी कार्यशैली से नाराज दरोगा, मुख्य आरक्षी और अन्य लोगों से गाली गलौज की घटनाएं होती रहती थीं। एक महिला आरक्षी से दुर्व्यवहार का मामला भी सुर्खियों में रहा।पुलिस अधीक्षक से शिकायत करने जा रही महिला आरक्षी को इटियाथोक से मनाकर वापस लाया गया था।
पब्लिक और पुलिस के बीच पनपे गैप्स को भरना चुनौती
थाना क्षेत्र में कजरी तीज, मुहर्रम, दुर्गा पूजा दशहरा पहली बार अगल बगल के थानाध्यक्षों व उच्च अधिकारियों के नेतृत्व में सम्पन्न हो पाया।यहाँ तक थाने से दो सौ मीटर दूरी पर एक ही रात में आधा दर्जन घरों में हुई चोरियों का न ही मुकदमा दर्ज किया गया और न ही उनका खुलासा किया गया।
अब तक थानाध्यक्षों के स्थानांतरण पर आम जनता और स्टाफ द्वारा विदाई समारोह का आयोजन किया जाता रहा है मगर कुबेर तिवारी पहले थानाध्यक्ष थे जिनका विदाई समारोह भी नहीं किया गया। पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने प्रभारी निरीक्षक अभिषेक सिंह को खरगूपुर थाने की कमान सौंपी है, जिनके समक्ष धूमिल हो चुकी पुलिस मित्र की भूमिका को फिर से सही करने की चुनौती है।