पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय बहुभाषी युवा उर्दू विद्वान महोत्सव के चौथे दिन वैश्विक संगोष्ठी और अंतर्राष्ट्रीय मुशायरे का हुआ आयोजन

भाषा, ज्ञान और साहित्य का दीप प्रज्ज्वलित करना है बनात का कार्य और उद्देश्य: डॉ• निगार अजीम

भास्कर समाचार सेवा

मेरठ। “अंतर्राष्ट्रीय महिला साहित्य संगठन (BANAT) का कार्य और उद्देश्य समाज में भाषा, ज्ञान और साहित्य का दीपक जलाना है। महिलाओं को बढ़ावा देने और समाज की बुराइयों को दूर करते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है। ये शब्द थे प्रसिद्ध कथा लेखिका और बनात की अध्यक्ष डॉ. निगार अजीम के।

उर्दू विभाग (चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय), उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी लखनऊ, अंतर्राष्ट्रीय महिला साहित्य संगठन (बीएएनएटी) और अंतर्राष्ट्रीय युवा उर्दू विद्वान एसोसिएशन (आईयूएसए) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हो रहे पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बहुभाषी युवा स्कॉलर्स महोत्सव के चौथे दिन उर्दू विभाग में ” बनात के छठे स्थापना दिवस का आयोजन किया गया। बनात के तीन सत्र किए गए, जिसमें पूरे भारत भर से कथा लेखिकाओं ने सहभागिता की। वहीं, बनात ने कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला और प्रोफेसर असलम जमशेद पुरी को उनकी शैक्षणिक और साहित्यिक सेवाओं के लिए “बनात” पुरस्कार से सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बनात हैदराबाद के प्रमुख कमर जमाली और प्रो. वाई. विमला और प्रो. बिंदू शर्मा ने की। जबकि सत्र का संचालन डॉ. शादाब अलीम ने किया।

इन्होंने किए अपने विचार व्यक्त
इससे पहले चौथे दिन के कार्यक्रम की शुरुआत विभाग के प्रेमचंद सेमिनार हॉल में उर्दू सत्र से हुई, जिसमें वसी आजम अंसारी लखनऊ, केपी शम्सुद्दीन केरल ने अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए। इस सत्र का संचालन उज्मा परवीन ने किया। इस अवसर पर अपने तसनीम कौसर, अजरा नकवी, बनात समन्वयक डॉ. शादाब अलीम ने अपने विचार व्यक्त किए।

इनका रहा सहयोग
बनात का अंतिम सत्र शाम 4:00 बजे आयोजित किया गया, जिसके अध्यक्ष मंडल में डॉ. हुमा मसूद, डॉ. फरहत खातून, नईमा जाफरी और रमा नेहरू थे। संचालन चश्मा फारूकी ने किया। जबकि राफिया नौशीन हैदराबाद, डॉ. निगहत आरा, नसीम बेगम नसीम, ​​नुसरत शम्सी रामपुर, राफिया वली कश्मीर, डॉ. फरीदा रहमतुल्लाह बैंगलोर, निशात परवीन बरसवी, सैयदा नसीम ​​नंदीकर, तलत सिरोहा सहारनपुर, शहनाज बैंगलोर, रहमतुल्लाह, जफ़र खोखर कश्मीर, गुलज़ार बानो कश्मीर ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत की जिन्हें श्रोताओं ने खूब सराहा। कार्यक्रम में डॉ. शबिस्ता, आस मोहम्मद, फराह नाज, नवेद खान, भवित, डॉ. हुमा नसीम, ​​डॉ फुरकान सरधनवी, अफाक अहमद खान, जीशान खान, अनीस मेरठी और शहर के कई गणमान्य व्यक्तियों और बड़ी संख्या में छात्रों ने कार्यक्रम में भाग लिया।