भारतीय सेना से सेवानिवृत्त कर्नल नवल कोहली ने जब व्यवसाय की दुनिया में कदम रखने का निर्णय लिया, उनके मन में एक बात सुनिश्चित थी कि वे भारतीय सेना में अपने बेहतरीन अनुभव का इस्तेमाल कॉर्पोरेट जगत में प्रशिक्षण के लिए करना चाहते थे। इसी योजना के तहत उन्होंने एम्पॉवर एक्टिविटी कैंप की स्थापना की। यह कैंप वर्तमान में ऑफ-साईट कॉर्पोरेट ट्रेनिंग का महत्वूर्ण केंद्र बन चुका है, जो सैकड़ो कॉर्पोरेट कंपनियों के कर्मचारियों को मैनेजमेंट के विभिन्न क्षेत्रो में परिणाम सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है।
एम्पॉवर एक्टिविटी कैंप्स (Empower Activity Camps), महानगर मुंबई की आपा-धापी से भरी ज़िन्दगी से लगभग 100 किमी दूर महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के कोलाड इलाके में फैली हरी-भरी धरती में 50 एकड़ जमीन में फैला हुआ विस्तृत कॅम्पस है, जहाँ कॉर्पोरेट कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों की ऑफ-साइट ट्रेनिंग के लिए ज़रूरी हर सुविधा का ध्यान दिया गया है। कर्नल कोहली के गाइडेंस की मदद से बेहतरीन ट्रेनिंग प्रोग्राम्स बनाया गया है जो कि लोगों के करियर एवं कार्यकुशलता को सही दिशा देने में बेहतरीन भूमिका अदा करते है। इस खूबसूरत कैंप में टीम बिल्डिंग, पर्सनालिटी डेवलपमेंट, प्लैनिंग एवं व्यक्तिगत एवं सामूहिक परफॉरमेंस सुधारने के लिए कई स्पेशलाइज्ड ट्रेनिंग प्रोग्रामो को उपलब्ध करवाया गया है।
कर्नल कोहली स्वयं न केवल एक अनुशाषित व्यवसायी हैं बल्कि भारतीय सेना में एवं कॉर्पोरेट जगत में उनकी ट्रेनिंग क्षमता का कोई मुकाबला नहीं है। उन्हें भारतीय सेनाकर्मियों के प्रशिक्षण का 24 वर्षों का अनुभव है। वह प्रतिष्ठित संयुक्त राष्ट्र शांति सेना का हिस्सा रह चुके हैं। उन्होंने वहां की सेनाओं के साथ प्रशिक्षण प्राप्त किया है । कर्नल कोहली ने संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के तत्वावधान में सोमालिया में सेवा की है और उनकी सेवा के लिए फ्रांस सरकार द्वारा उन्हें फ्रांसीसी सेना के राष्ट्रीय रक्षा पदक से सम्मानित किया गया है। उन्हें कॉर्पोरेट ट्रेनिंग में भी 16 वर्षों का अनुभव प्राप्त है।
एम्पॉवर एक्टिविटी कैंप्स के ज़रिये कर्नल कोहली ने अब तक 650 से अधिक कॉर्पोरेट कंपनियों को अपने कर्मचारियों की कौशल क्षमता में सुधार करने में मदद की है। यही नहीं मॉड्यूल को इस तरह विकसित किया गया है कि वे सारी क्षमताओं के विकास अप्रत्यक्ष रूप में करते हैं जबकि प्रत्यक्ष रूप में ये मनोरंजन से भरे कुछ शारीरिक और मानसिक चैलेंजेस की तरह लगते है, जिसमे कर्मचारी स्वेच्छा से बढ़ -चढ़ कर हिस्सा लेते है।
कॉर्पोरेट अधिकारीयों एवं कर्मचारियों के साथ-साथ यह मॉड्यूल्स विद्यार्थियों के बीच भी बेहतरीन नतीजे दिखा रहे है। कई कॉलेज और स्कूल अपने विद्यार्थियों को समर कैंप एवं स्पेशल स्टूडेंट प्रोग्राम्स के लिए एम्पॉवर एक्टिविटी कैंप भेजते हैं। कर्नल कोहली कहते हैं “हमारे यहाँ प्रोग्राम इस तरह बनाये गए हैं कि ये न केवल शारीरिक एवं बौद्धिक क्षमता का विकास करते है बल्कि हमारी कोशिश है कि छात्रों में यह अन्य कौशलों के अलावा मानवीय एवं नैतिक मूल्यों के विकास में भी सहायक रहे।”