गोंडा। सरयू नहर खंड चार में अचानक पानी छोडे जाने से कई किसानों के खेत में पानी भर गया। इससे फसलों का नुकसान हुआ। विकास खंड छपिया अन्तर्गत ग्राम खजुरी व गाय घाट तथा तालागंज से होकर जाने वाली सरयू नहर खंड चार में बगैर कटान सही कराये ही पानी छोड दिया गया जिसके चलते नहर मे लगे बडे. बडे फूस से पानी रूककर नहर कट गई।जल मग्न खेतो से में जल जमाव को लेकर किसान विभागीय अधिकारियो को फोन लगाते रहे है लेकिन कोई फोन उठाने की जहमत न लेने के चलते नहर एक जगह से दूसरे जगह कटती रही।सिचाई विभाग के अधिकारी पीड़ित किसानो के आक्रोश को देखते हुए अपना न पहुंचकर विभागीय ठेकेदार से नहर को ठीक कराने में जुटे हुए है।
खजुरी के पीडित किसानो में अन्नू,कलावती, रजनीश, प्रमोद, शिवकुमार, ओम प्रकाश सिंह, राज कुमार सिंह, मोल्हू, राजू सहित दर्जनों लोगों के गेहूँ, मटर, मसूर और सरसों फसले डूब गयी। गन्ने की फसल में पानी भर गया।नहर की पटरी कटने से दो ग्राम पंचायत खजुरी और ताला गंज के किसानों का करीब सैकड़ों बीघा से अधिक फसल डूब गयी।प्रधान प्रतिनिधि रूद्र बहादुर सिंह ने बताया कि सूचना के बाद भी अधिकारी नही आये दूर से देखते रहे।
वही गाय घाट बड़का पुरवा के किसान जनार्दन,शेषराम,तिलक राम,विनोद रामू,दिलीप कुमार ,गोबरे ,सन्तोषनेहरू ,बसन्त लाल ,राम नरेश वाकेलाल ,राम धीरज राम लखन राम दीन ,सरजू प्रसाद ,राम जबर ,धर्म दीनमुन्ना लाल ,कमरूद्दीन ,निजामुद्दीनशेर बहादुर ,शकील ,झफसी, अमित का कहना है कि नहर की बिना सफाई कराये पानी छोडने से नहर कट गयी। नहर कटने के बाद हमलोग विभागीय जिम्मेदारो के पास फोन मिलाते रहे लेकिन कोई मौके पर देखने नही आया।जिससे रबी मे बुवाई की गयी फसल जलमग्न हो गयी।
इसके पहले भारी बारिश के चलते धान की खडी फसल बर्बाद हो गयी थी अब बुवाई की गई फसल चली गयी। भूखो मरने की हालत पैदा हो गई। वही इस सरयू नहर खंड चार के अन्तर्गत आने वाले जेई दुर्गेश पाण्डेय व सुनील त्रिपाठी से इस सम्बंध में बात करने पर उन्होने ने बताया है कि नहर पर मरम्मत कार्य कराया जा रहा है पानी नहर में बन्द करा दिया गया है। एसडीएम आकाश सिंह ने बताया है कि फसलों के नुकसान की जानकारी के लिए राजस्व कर्मियो को निर्देशित किया गया है।