दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। करीब 15 माह पूर्व कोचिंग को गई एक छात्रा की निर्मम हत्या कर दी गई थी, इसके बाद पुलिस कार्रवाई में एक नाबालिक को जेल भेजा गया था। आरोप है कि पुलिस और अधिकारियों ने परिजनों को इस दौरान झूठे आश्वासन दिए व छात्रा के हत्यारों को पकड़ने का प्रयास नहीं किया। बुधवार को छात्रा के परिजन महिला और बच्चों के साथ पुलिस लाइन पहुंचे। छात्रा के असली हत्यारों की गिरफ्तारी करने सहित अन्य आश्वासन याद दिलाते हुए सांकेतिक धरना दिया।
करीब 15 माह पूर्व बरखेड़ा थाना क्षेत्र में हुई थी एक छात्रा की निर्मम हत्या
थाना बरखेड़ा क्षेत्र की एक छात्रा 13 नवंबर 2021 को रहस्यमय ढंग से गायब हो गई थी। इंटर की छात्रा कोचिंग के लिए घर से निकली थी और उसके बाद वापस नहीं लौटी। इसके बाद छात्रा का शव गन्ने के खेत में खून से सना पाया गया था। भारी हंगामे और विरोध के बीच पुलिस कार्रवाई में मुकदमा पंजीकृत हुआ। इसके बाद पुलिस में एक नाबालिक को आरोपी करार देते हुए जेल भेज दिया था। पुलिस कार्रवाई से छात्रा के परिजन संतुष्ट हैं, बुधवार को पुलिस लाइन पहुंचे परिजनों ने बताया कि इंटर की छात्रा को एक अकेला नाबालिक किशोर कैसे? मार सकता है। मौका मुआयना के दौरान घटनास्थल पर छह बीयर की बोतलें बरामद हुई थी, सिगरेट और नमकीन के पैकेट भी मिले थे। लेकिन पुलिस ने राजनैतिक दबाव के चलते इन साक्ष्यों को संग्रहित नहीं किया।
पुलिस ने एक किशोर को मुख्य आरोपी बताकर भेज चुकी है जेल
पुलिस पर छात्रा की हत्या के केस को कमजोर करने का भी आरोप है। पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट परिजन पुलिस लाइन में अनिश्चितकालीन अनशन करने पहुंचे तो पुलिस विभाग में खलबली मच गई। इसके बाद तत्कालीन थानाध्यक्ष रहे उदयवीर सिंह, सदर कोतवाली प्रभारी नरेश त्यागी, सीओ बीसलपुर मनोज कुमार यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। इसके बाद परिजनों ने पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा से मुलाकात करते हुए छात्रा के असली हत्यारों की गिरफ्तारी, पूर्व में किए गए अधिकारियों के आश्वासन को दोहराया। फिलहाल पुलिस ने छात्रा के परिजनों से प्रभावी कार्रवाई के लिए 15 दिन का समय मांगा है।