
औरैया। दिबियापुर कन्या शिशु दर को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने एक अप्रैल 2023 से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में बदलाव किया है। योजना में नई व्यवस्था के तहत किसी महिला के दूसरी बार मां बनने पर बेटी पैदा होती है तो उसे सरकार की ओर से छह हजार रुपये की धनराशि दी जाएगी। इससे पहले योजना के तहत पहली बार मां बनने पर गर्भवती महिला को दो किस्तों में पांच हजार की राशि दी जाती थी।
नये नियमों के अनुसार 1 अप्रैल 2022 के बाद दूसरी बार मां बनने पर जन्मी बच्चियों की माताओं को यह लाभ मिलेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत पहली बार गर्भ धारण करने वाली पंजीकृत महिला को उनकी आर्थिक सहायता और पोषण के लिए सरकार द्वारा पांच हजार रुपये दिए जाते हैं। नवीन व्यवस्था के तहत यह धनराशि दो किश्तों में दी जाएगी। जिसमें तीन हजार रुपये गर्भधारण के समय और दो हजार रुपये बच्चे के जन्म पंजीकरण कराने के बाद दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि योजना का लाभ पाने के लिए पात्र महिलाएं योजना के पोर्टल पर स्वयं भी पंजीकरण कर सकती है।
दो किश्तों में मिलेगी धनराशि, जन्म पंजीकरण पर मिलेगी पहली किश्त
साथ ही अपने क्षेत्र की आशा वर्कर और एएनएम की मदद से भी पंजीकरण करा सकती है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ शिशिर पुरी ने बताया कि अगर किसी महिला को पहली एक बेटी या बेटा है और दूसरी बार वह बेटी को जन्म देती है तो बच्ची के जन्म पंजीकरण कराने पर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत फार्म भरने के बाद मां के बैंक खाते में सरकार छह हजार रुपये एकमुश्त किश्त के रुप में भेजेगी। उन्होंने बताया कि इस योजना में लाभार्थी महिला का प्रसव किसी सरकारी अस्पताल में हुआ है या फिर प्राइवेट अस्पताल में या फिर घर में भी हुआ है तो भी उसे इस योजना का लाभ मिल सकेगा।
पहली बार मां बनने पर तीन किश्तों में मिलते थे पांच हजार
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की जिला कार्यक्रम समन्वयक आस्मां ने बताया कि योजना के लिए केंद्र सरकार की ओर से प्रशिक्षण दिया जा चुका है। लाभार्थियों और आशा और एएनएम द्वारा आनलाइन आवेदन करने के लिए वेबसाइट में अलग से कालम बना दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह योजना वर्ष 2017 से संचालित की जा रही है। जिसमें केवल पहली बार मां बनने पर तीन किश्तों में पांच हजार रुपये दिए जाते थे। पुरानी योजना में करीब 40000 से अधिक लाभार्थियों को लाभ दिया जा चुका है। अब इस योजना में आशिंक सुधार किया गया है। अब दूसरे बच्ची पर भी योजना के तहत छह हजार रुपये दिए जाएंगे। जबकि पहले बच्चे पर पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि योजना का लाभ दिलाने के लिए आशा वर्कर और एएनएम के स्तर पर आईडी जेनरेट कर दी गई है। इस योजना का हेल्प लाइन नंबर 104 है।
योजना का लाभ लेने के लिए शर्ते
आवेदक महिला की पारिवारिक आय आठ लाख से कम होनी चाहिए। उसके पास ई श्रम हो, दिव्यांगता कार्ड हो, आयुष्मान कार्ड हो, पात्र गृहस्थी का राशनकार्ड हो, एससीएसटी वर्ग की महिला इस योजना के तहत लाभ पा सकती है।