सीतापुर। बिसवां विगत दो दिनों से लापता बिसवां कोतवाली इलाके के ग्राम खिन्नीपुरवा निवासी राम अकबाल पुत्र मूलचंद्र का शव संदिग्ध परिस्थितियों में महमूदाबाद क्षेत्र के शारदा सहायक नहर में मिलने के बाद शनिवार को परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी परिवारों और उनके पांच परिजनों के मकान तोड़ कर जमीदोज कर दिए। जिससे गाँव में तनाव व्याप्त हो गया। इसके बाद सैकड़ो की संख्या में आक्रोशित महिलाओं और ग्रामीणों ने बिसवां कस्बे के बड़े चैराहे पर आकर जाम लगा दिया और प्रदर्शन करने लगे। जानकारी होने पर खिन्नी पुरवा के साथ बड़े चैराहे पर भारी पुलिस बल पहुँच गया।
काफी देर तक होता रहा हंगामा, अभी भी तनाव बरकरार
अपर पुलिस अधीक्षक श्रीप्रकाश कुमार, पुलिस उपाधीक्षक अभिषेक प्रताप अजेय, प्रभारी निरीक्षक अनिल सिंह, मानपुर थानाध्यक्ष अरविंद कटियार, खैराबाद थानाध्यक्ष अरविंद सिंह के साथ महिला आरक्षी और भारी पुलिस दल ने पहुचकर ग्रामीणों को समझाया। ग्रामीण आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। गौरतलब है कि कोतवाली अंतर्गत बिसवां के ग्राम खिन्नीपुरवा निवासी रामअकबाल थवईगीरी का काम करता था जो बुधवार दोपहर दो बजे से लापता चल रहा था। जिसकी परिजनों ने बिसवां कोतवाली में गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। गुरुवार को उसकी साइकिल बिसवां में शारदा सहायक नहर के किनारे मिली थी।
बिसवां में बड़े चैराहे पर लगाई जाम, कई थानों की पहुंची पुलिस
मृतक की पत्नी गीता ने बताया कि उसका पति गाँव मे ही पैरु के यहां काम करता था। जहाँ वो काम करते तब वहा पुरुषो में कोई नही रहता था बुधवार को पैरु से कहासुनी हो गयी और मामला मारपीट और जान से मारने की धमकी तक पहुँच गया लेकिन लोगो के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया। लेकिन शनिवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने पैरु, बहाब, इकबाल, मेहंदी पुत्रगण असगर के घर तोड़ दिए। जिससे गांव में भय का माहौल व्याप्त हो गया। गांव में उपनिरीक्षक नयन सिंह भारी पुलिस बल के साथ तैनात है।