बहराइच में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित नारको-को-आर्डिनेशन समिति की जिला स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रवर्तन की प्रभावी कार्यवाही के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाय कि मेडिकल स्टोर्स की दुकानों से नारकोटिक्स ड्रग्स तथा प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री ने होने पाए। उन्होंने कहा कि नारकोटिक्स ड्रग्स तथा प्रतिबंधित दवाओं का युवा पीढ़ी पर बुरा असर पड़ रहा है। डीएम ने निर्देश दिया कि सभी प्रकार की अपराध निरोधक इकाईयों व सम्बन्धित विभागों तथा एस.एस.बी. के बीच बेहतर से बेहतर समन्वय होना चाहिए। नारकोटिक्स ड्रग के अवैध व्यापार, संचरण तथा बिक्री पर प्रभावी अंकुश के इन्फोर्समेन्ट एजेन्सियों के बीच की बान्डिंग अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
डीएम मोनिका रानी ने कहा कि अपराध निरोधक इकाईयों एवं सम्बन्धित विभागों के बीच किसी प्रकार की संवादहीनता नहीं होनी चाहिए। इसके लिए ज़रूरी है कि सभी जिम्मेदार अधिकारियों व कार्मिकों के मोबाइल नम्बर एक-दूसरे के पास भी रहें। नारकोटिक्स ड्रग्स तथा प्रतिबंधित दवाओं के संचरण, व्यापार व अवैध बिक्री की रोकथाम के लिए डीएम ने संचार तन्त्र को आवश्यकतानुसार विस्तृत एवं मज़बूत करने का भी सुझाव दिया। युवा पीढ़ी को नारकोटिक्स ड्रग्स तथा प्रतिबंधित दवाओं से दूर रखने के लिए डीएम ने स्कूल के माध्यम से छात्र-छात्राओं के बीच जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिये। डीएम ने सुझाव दिया कि युवा पीढ़ी की रूचि के अनुसार खेल-कूद, सांस्कृतिक, प्रश्नोत्तरी तथा निबन्ध लेखन, वाद-विवाद जैसी गतिविधियों का आयोजन कर उन्हें इनके दुष्प्रभावों के बारे में बताया जाय।
डीएम ने निर्देश दिया खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, पुलिस, आबकारी व अन्य विभागों को निदेश दिया कि संयुक्त रूप से जिले में अभियान संचालित कर विशेषरूप से बार्डर एरिया के मेडिकल स्टोरों की नियमित रूप से जांच करें ताकि नशे के विकल्प के रूप में प्रतिबन्धित दवाओं के सेवन को रोका जा सके। डीएम ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि विभाग के गार्डस व कर्मियों के माध्यम से जंगल के रास्तों पर निगरानी रखी जाय ताकि ड्रग्स के अवैध व्यापार पर अंकुश लगाया जा सके।
बैठक में मौजूद पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा द्वारा होम्योपैथिक दुकानों पर ज्यादा अल्कोहलिक तीव्रता की विक्री की जा रही टिंचर पर भी नियंत्रण रखने हेतु निरीक्षण करने एवं आवश्यकतानुसार कर्यवाही करने के निर्देश दिये गये। बैठक में जिला आबकारी अधिकारी सुधांशु सिंह व एसएसबी 42वीं वाहिनी के उप कमाण्डेंट अनिल कुमार यादव द्वारा प्रतिबंधित वस्तुओं की बिक्री एवं तस्करी पर पूर्ण अंकुश लगाने हेतु विभाग द्वारा संचालित की जा रही गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान की गई।
इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण पवित्र मोहन त्रिपाठी, डीएफओ बहराइच संजय शर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एस.के. वर्मा, एसडीएम नानपारा अजित परेश, कैसरगंज पंकज दीक्षित, पयागपुर दिनेश कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर गुप्ता, उप प्रभागीय वनाधिकारी कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग रमेश चौहान, उप कमाण्डेंट 59वीं एसएसबी हिमांशु दुबे, आबकारी निरीक्षक विवेक सिंह चौहान, विमल मोहन वर्मा, डा. समता सरोज, राकेश कुमार यादव, विपिन कुमार सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।