सीतापुर। जिले में करीब एक माह पूर्व अपनी आमद दर्ज कराने वाला जंगली जानवर आतंक का पर्याय बनता जा रहा है। चार स्थानों पर अब तक जंगली जानवर ने एक व्याक्ति समेत कई मवेशियों को अपना शिकार बना डाला है। जंगली जानवर ने पिसावां, सकरन, तंबौर तथा रेउसा क्षेत्र में आतंक फैला रखा है। वन विभाग भी असहाय नजर आ रहा है। वहीं सेउता विधायक ज्ञान तिवारी ने डीएम को पत्र लिखकर कहा है कि अगर आप लोगों के पास जंगली जानवर को पकड़ने के इंतजामात नहीं तो शासन को अवगत करा कर ठोस कदम उठाइए।
आपको बताते चलें कि जिले में सबसे पहले पिसावां थाना क्षेत्र में जंगली जानवर ने एक मवेशी को अपना शिकार बनाया था। उसके बाद जंगली जानवर ने गांजर की ओर रूख किया और वहां पर एक बच्चे को निशाना बनाया। इसके बाद मां बेटी को हमला कर घायल किया। तंबौर में आदमी को रात में उठाकर खा गया। इस तरह से कई और मवेशियों को निशाना बना चुका है। लोगों में दहशत इस कदर फैली हुई है कि उन लोगों ने घर से निकलना छोडत्र दिया है। खेत नहीं जा रहे है।
जिले के चार स्थानों पर मचा हाहाकार
फसलें बरबाद होने लगी है। हर तरफ भय का माहौल है। वन विभाग अभी तक बाघ को पकड़ना तो दूर उसकी परछाई तक नहीं पा सका है। सेउता विधायक ने डीएम को लिखा पत्र वन विभाग को असहाय देख कर सेउता विधायक ज्ञाान तिवारी ने आज डीएम को एक पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है कि आप लोगों के पास अगर संसाधन नहीं हैं पकडने के तो शासन को अवगत कराइए तो वहां से टीम बुलाकर जंगली जानवर को पकड़ा जाए। नही तो अगर किसी दिन बड़ी घटना हो गई तो जनता को क्या जबाब दिया जाएगा।
रात को अधेड़ को उठाया और खा गया
सीतापुर। रेउसा त्रिभुवन दत्त माध्यमिक विद्यालय के निकट रहने वाला रमेश मौर्य (40)पुत्र मुखराम सोमवार शाम को घर से निकला था, रात्रि में घर वापस नहीं पहुंचा, परिजनों ने काफी तलाश किया लेकिन कोई अता पता नहीं चला। मंगलवार की सुबह पशु बाजार में सड़क किनारे गड्ढे में शव मिलने की सूचना पर पहुंचे मृतक के बड़े भाई कैलाश ने कपड़ों से अपने भाई रमेश मौर्य के रूप में पहचान किया। शव देखने से लग रहा था कि रमेश आदमखोर जंगली जानवर का शिकार हो गया है।
पिसावां, सकरन, तंबौर तथा रेउसा क्षेत्र में फैला जंगली जानवर का आतंक
जंगली जानवर के हमले से मौत की खबर पाकर सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए। बड़े भाई कैलाश ने सड़क किनारे गड्ढे में भरे पानी से शव को बाहर निकाला। घटना की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। वन रेंजर अहमद कमाल सिद्दीकी ने लकड़बग्घा होने की बात कही और उसे पकड़ने में संसाधनों व स्टॉफ की कमी बताई।