गाजियाबाद । भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गाजियाबाद से ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान की शुरुआत की। शनिवार को वह मोहननगर में शहीद मेजर मोहित शर्मा के घर पहुंचे और वहां से मिट्टी ली। इसके बाद एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘कल कुछ लोग मुंबई आए थे। कौन थे ये लोग? ये वो लोग थे, जो परिवार को आगे ले जाना चाहते हैं। लालू को तेजस्वी, अखिलेश को डिंपल, सोनिया जी को राहुल की चिंता है। ये काहे की नेशनल पार्टियां? ये तो परिवार की पार्टियां हैं।
उन्होंने यह भी कहा, ‘उद्धव ठाकरे को किसकी चिंता है, महाराष्ट्र की या आदित्य की? शरद की पार्टी परिवार के कारण टूटी। तृणमूल कांग्रेस बंगाल के लिए नहीं, भतीजे के लिए है। लालू यादव की पार्टी में कोई बाहर का नाम नहीं दिखता। किसी पर रेल भर्ती जमीन घोटाले, तो किसी पर चारा घोटाले का आरोप है। नेशनल हेराल्ड केस में मां-बेटा जमानत पर चल रहे हैं।’ जेपी नड्डा ने चुटकी लेते हुए पूछा- मनीष सिसौदिया आजकल कहां हैं? अरविंद जी को नींद आती है? इन सब लोगों को देश से मतलब नहीं है। इन्हें अपने आप को बचाने से मतलब है।
यूपी से 8 हजार कलश दिल्ली पहुंचाया जाएगा
‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान के बारे में बताते नड्डा ने कहा, ”राष्ट्रभक्तों को याद करना ही इसका मकसद है। हम वार्ड, गांव, नगर पंचायत तक जाएंगे। देश की प्रत्येक फोर्सेज में शहीद हुए लोगों के घर जाएंगे। उनके परिजनों से मिलेंगे और ये एहसास कराएंगे कि वो अकेले नहीं हैं। पूरा देश उनके साथ खड़ा है। हर वार्ड में शहीदों के नाम की शिला पट्टिका लगेगी। हर वार्ड और नगर पंचायत में 75-75 पौधे लगाए जाएंगे। ये पौधे अक्टूबर-23 के आखिरी में दिल्ली पहुंचेंगे, जहां इन्हें अमृत वाटिका में लगाया जाएगा। यूपी से कुल 8 हजार मिट्टी से कलश भरकर दिल्ली पहुंचाए जाएंगे।
”देश 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना”
जेपी नड्डा ने कहा, 10 साल पहले जब मैं गाजियाबाद के मोहननगर आता था, तो ऐसा लगता था कि पता नहीं दिल्ली से कौन सी दुनिया में जा रहा हूं। आज तमाम रोड हैं। ब्रेक मारने तक की जरूरत नहीं पड़ती। यही परिवर्तन है। गाजियाबाद के बगल में एशिया का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने जा रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘9 साल में भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है। स्टील उत्पादन में 14वें से दूसरे नंबर पर आ गया। ऑटोमोबाइल में जापान को पछाड़कर तीसरे स्थान पर है। 97 फीसदी मोबाइल आज भारत में बन रहे हैं।’
मेजर मोहित शर्मा के घर से मिट्टी लेकर कलश में भरी
इससे पहले जेपी नड्डा शनिवार सुबह गाजियाबाद पहुंचे। साहिबाबाद इलाके उन्होंने ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान का शुभारंभ किया। जेपी नड्डा ने कुपवाड़ा में शहीद हुए मेजर मोहित शर्मा के घर से मिट्टी लेकर कलश में भरी। इस दौरान आस-पास के घरों से भी मिट्टी एकत्र की गई। यहीं पर एक अमृत वाटिका में उन्होंने पौधारोपण भी किया है।
31 साल की उम्र में देश के लिए दिया सर्वोच्च बलिदान
नड्डा जिन शहीद मेजर मोहित शर्मा के घर मिट्टी ली, वो देश की रक्षा के लिए शहीद हो गए थे। 13 जनवरी 1978 को पैदा हुए मोहित 1995 में NDA के जरिए सेना में भर्ती हुए थे। NDA में मोहित को बेस्ट बटालियन कैडेट चुना गया था। 21 मार्च-2009 को मेजर मोहित शर्मा की पोस्टिंग कुपवाड़ा में थी। एक मुठभेड़ में उन्होंने दो आतंकियों को ढेर किया और अपने दो साथियों की जान बचाई थी। इस दौरान वे वीरगति को प्राप्त हो गए थे।
सड़क, मेट्रो स्टेशन मोहित शर्मा के नाम पर
26 जनवरी 2010 को शहीद मेजर मोहित शर्मा को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था। साल-2012 में गाजियाबाद की एक सड़क का नाम मोहित शर्मा के नाम पर रखा गया। 2019 में राजेंद्रनगर मेट्रो स्टेशन का नाम शहीद मेजर मोहित शर्मा मेट्रो स्टेशन रखा गया। साल-2021 में गाजियाबाद में करण गेट पुलिस चौकी चौराहे पर मेजर मोहित शर्मा की एक मूर्ति भी लगाई गई, जिसका उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था।
पीएम ने 30 जुलाई को की थी इस अभियान की घोषणा
देश के वीरों को सम्मान देने के लिए ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान चलाया जा रहा है। पीएम मोदी ने 30 जुलाई को ‘मन की बात’ एपिसोड में इस अभियान की घोषणा की थी। इस अभियान का उद्देश्य उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों और वीरों का सम्मान करना है, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया । इस अभियान के तहत वीर सेनानियों की याद में देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रत्येक ग्राम पंचायतों में वीर सेनानियों की याद में एक स्मारक का निर्माण होगा, जिसे ‘शिलाफलकम्’ नाम दिया गया है। इस पर उस क्षेत्र के सभी सेनानियों के नाम दर्ज किए जाएंगे।
दिल्ली में इस मिट्टी से बनेगी अमृत वाटिका
सरकारी स्तर पर ये कार्यक्रम 9 अगस्त से प्रारंभ होकर 30 अगस्त तक चला था। अब भाजपा इसी अभियान को आगे बढ़ा रही है और इसकी शुरुआत 2 सितंबर को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले से हुई है। देशभर से करीब 7500 कलशों में मिट्टी एकत्रित होकर दिल्ली पहुंचेगी, जहां राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास ही ‘अमृत वाटिका’ बनाई जाएगी। ये ‘अमृत वाटिका’, ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का भी भव्य प्रतीक बनेगी।