बहराइच l बहराइच पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज बहराइच में कहा पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक होना सरकार की नाकामी है। उन्होंने कहा कि ढाई करोड़ लोगों के साथ सरकार ने धोखा किया है। यही ढाई करोड़ लोग भारतीय जनता पार्टी को उखाड़ फेंकेंगे। उन्होंने कहा कि यह वह सरकार है जो नौजवानों को नौकरी और रोजगार देने का दावा करती थी। उन्होंने सवाल किया कि लेकिन आज कहां है नौकरी और रोजगार? उन्होंने कहा कि केवल पुलिस भर्ती में ही नहीं आरओ और एआरओ को लेकर लोक सेवा आयोग के सामने धरने पर बैठे हैं छात्र और नौजवान। उन्होंने कहा कि उनका भी आरोप है कि पेपर लीक हुआ है। उन्होंने कहा कि इतने पेपर किसी भी सरकार में लीक नहीं हुए होंगे, जितने भारतीय जनता पार्टी के सरकार में लीक हुए हैं। सरकार जानबूझकर नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उनके सपनों को तोड़ रही है l नौजवानों को नौकरी देना चाहती है, ना रोजगार देना चाहती है केवल अपने मैनेजमेंट के लिए बजट ला रही है सरकार।
उन्होंने कहा कि देश का नौजवान नौकरी और रोजगार चाहता है वह देश को बनाना चाहता है। अगर वह सपना पूरा करना चाहता है तो उसे नौकरी और रोजगार मिलना चाहिए। नौजवानों की एनर्जी वेस्ट हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत कभी नहीं रहेगी, नौजवान अपना भविष्य बनाएं। उन्होंने कहा कि यह सरकार अग्नि वीर जैसी टम्प्रेरी नौकरियां दे रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी खुद को राष्ट्रवादी और राष्ट्र प्रेमी बताती है l वह राष्ट्र प्रेमी कैसे जो नौजवानों पर और किसानों पर लाठी चलवा रहे हैं। किसानों पर आंसू गैस के गोली छोड़े जा रहे हैं। कई किसानो, सहित कईयो की जाने जा चुकी है। उससे पहले भी जब काले कानून के विरुद्ध आंदोलन में सैकड़ो किसानों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। अब फिर जान जा रही है। इन्हें परवाह नहीं है, इन्हें परवाह सिर्फ अपने वोट की है, वोट के लिए भारतीय जनता पार्टी किसी भी तरह का झूठ बोल सकती है।
राम मंदिर जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब भगवान प्रभुराम बुलाएंगे तब जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह इतने बड़े भक्त है कि वह अपने यहां मंदिर बनवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान शालिग्राम को वह नेपाल से लेकर आए हैं।
अखिलेश यादव पूर्व सपा सांसद स्वर्गीय रूआब सईदा को श्रद्धांजलि देने पूर्व कैबिनेट मंत्री यासर शाह के आवास पर आए थे। साथ ही उन्होंने सपा नेता पंडित भगत राम मिश्रा से मिलने उनके घर गए।