नरसिंहपुर। हैदराबाद से उत्तर प्रदेश के लिए निकले मजदूरों का एक ट्रक देर रात मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में पलट गया। इस दर्दनाक हादसे में 5 मजदूरों की मौत हो गई जबकि 13 लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायल मज़दूरों में से एक को कुछ दिन से सर्दी खांसी की परेशानी थी जिसके चलते मृतकों सहित सभी के कोरोना सैम्पल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं।
इस हादसे को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘नरसिंहपुर में ट्रक पलटने से हुए हादसे में कई अनमोल जिंदगियों के असमय काल कवलित और घायल होने के समाचार से अत्यंत दुःखी हूं। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। विनम्र श्रद्धांजलि!’ उन्होंने कहा, ‘घायलों के समुचित इलाज एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए मौके पर प्रशासन के उच्च अधिकारी उपस्थित हैं। मैं ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की करबद्ध प्रार्थना करता हूं।’
दो मजदूरों को किया गया जबलपुर रेफर
नरसिंहपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया लॉकडाउन की वजह से हैदराबाद में फंसे मजदूर आम के ट्रक में छिपकर उत्तर प्रदेश के आगरा जा रहे थे। ट्रक में दो ड्राइवरों और एक कंडक्टर सहित कुल 18 लोग सवार थे। इनमें से 15 हैदराबाद में मजदूरी करते थे। नरसिंहपुर जिले के पाठा गांव के पास ये ट्रक अनियंत्रित हो गया और पलट गया। मौके पर ही पांच मजदूरों ने दम तोड़ दिया, जबकि 13 लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल दो मजदूरों को जबलपुर के अस्पताल में रेफर किया गया है जबकि 11 मजदूरों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
सभी का होगा कोरोना टेस्ट
जानकारी मिलने के तुरंत बाद जिले के कलेक्टर, एसपी मौके पर पहुंचे। सिविल सर्जन अनीता अग्रवाल के मुताबिक, जिन दो मजदूरों को जबलपुर रेफर किया गया है इसमें से एक को सिर में गंभीर चोट आई है, वहीं दूसरे को फ्रैक्चर हुआ है। अन्य घायलों की हालत स्थिर है। इनमें से एक घायल को तीन दिन से सर्दी, खांसी और बुखार है। इसे देखते हुए 5 मृतकों समेत सभी 18 लोगों के सैंपल भी लिए गए हैं। सभी का कोरोना टेस्ट होगा।
महाराष्ट्र में ट्रेन की चपेट में आ गए थे 16 मजदूर
इससे पहले महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पटरी पर सोये प्रवासी मजदूरों के ऊपर से मालगाड़ी गुजरने से 16 की मौत हो गई था। मरने वालों में मजदूरों के बच्चे भी शामिल थे। घटना शुक्रवार तड़के करमाड पुलिस स्टेशन थाने के अंतर्गत की थी। घटना के बाद मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र ने मृतकों के परिवार के लिए मुआवजे की घोषणा की थी। हादसे पर रेलवे ने बयान जारी कहा था, ‘ट्रैक पर कुछ मजदूरों को देखकर लोको पायलट ने ट्रेन रोकने की कोशिश की लेकिन तब तक मजदूर उसकी चपेट में आ चुके थे।