बहराइच : मोटे अनाज की खेती से कुपोषण समस्या से मिलेगी निजात- सांसद

नानपारा/बहराइच l देश मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र नानपारा में मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद अक्षयबर लाल गौड़ रहे । सांसद ने किसानों को संबोधित करते हुए मोटे अनाज की विशेषताओं के बारे में बताया उन्होंने कहा मोटे अनाज की खेती करने से कुपोषण की समस्या से निपटने का नया और सरल मार्ग मिलेगा। वहीं किसानों की आय दोगुनी करने का मार्ग भी प्रशस्त होगा। यही करण है कि किसानों को इन अनाजों की खेती करने के लिए जागरूक किया जा रहा है दूसरी ओर लोगों को मोटे अनाज के महत्व से अवगत कराया जा रहा है । सांसद गौड़ ने कहा मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने मोटे अनाज के समर्थन मूल्यों में भी वृद्धि कर दी है। जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष घनश्याम सिंह ने कहा कि जलवायु परिवर्तन हो रहा है जब तापमान बहुत अधिक होता है तब भी मोटे अनाज की खेती बहुत आसानी से की जा सकती है, तथा ये अनउपजाऊ किस्म की मिट्टी और कम मेहनत में भी आसानी से पैदा हो जाते हैं।

कृषि मेले में प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया

केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. के. एम. सिंह ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने 2023 के अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष है। कभी ऐसा भी था कि हर भारतीय घर की थाली में कोई न कोई मोटा अनाज जरूर नजर आता था, लेकिन धीरे-धीरे खानपान के तरीके इस कदर बदले की थाली में अनाज कम जंक फूड ज्यादा नजर आने लगा। देश का हर नागरिक सेहतमंद रहे इसके लिए सुपरफूड मिलेट्स को हर घर की पंसद बनाने के लिए सरकार की कोशिशें जारी हैं। मोटे अनाज को कुपोषण के खिलाफ कारगर हथियार डायबिटीज और हाइपरटेंशन सरीखी बीमारियों को दूर भगाने का जरिया बताया था। ज्वार, बाजरा, रागी, मडुवा, सावां, कोदों, कुटकी, कंगनी, चीना जैसे मोटे अनाज की अहमियत समझते हुए ये कदम उठाया था। जयप्रकाश सिंह ब्लाक प्रमुख, नवाबगंज ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा क्षेत्र में बहुत ही तकनीकी प्रसारण कर रहे एवं किसानों को जागरूक कर रहे हैं। कृषि विज्ञान केंद्र बहराइच प्रथम के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ बी पी शाही ने कार्यक्रम को संबोधित कर बताया कि मोटे अनाज पौष्टिकता से भरपूर होते हैं इसीलिए उन्हें सुपरफूड की संज्ञा दी जाती है।

वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ शैलेंद्र सिंह ने फसलों कीअच्छी पैदावार हेतु किसानो को उच्चतम तकनिक की विस्तृत जानकारी दी। पीपीओ श्रीमती प्रिया नंदा ने कृषकों को जिले में चल रही पौध सुरक्षा योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में वन अधिकारी, सहायक निदेशक मत्स्य ,क्षेत्र प्रबंधक इफ्फको, सहायक निदेशक रेशम, जिला उद्यान अधिकारी, जिला गन्ना अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, डी.सी.मनरेगा ने कृषि संबंधित विभिन्न विषयों पर प्रकाश डाला। शिव शंकर सिंह, रामप्रवेश मौर्य, सजन कुमार, रामबचन, धर्मेंद्र कुमार, सरवर अली समेत अन्य प्रगतिशील कृषकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया । वैज्ञानिक डॉक्टर नीरज सिंह, डॉ. संजीव कुमार, डॉ. राम भरोसे आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में केंद्र के वैज्ञानिक रेनू आर्या, डॉ. हर्षिता, डॉ. अरुण कुमार, डॉ. एस. बी. सिंह, श्री उपेंद्र सिंह, श्री बृजेश सिंह आदि का सहयोग रहा।

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