
नानपारा/बहराइचl फलों का राजा आम की पैदावार इस बार कम होने के चलते मार्केट में आम की बिक्री महंगी होगी जिसके कारण आम आदमी की पहुंच से दूर हो सकता है आम l
आपको बता दें कि दशहरी आम की पैदावार में मलिहाबाद लखनऊ के बाद दूसरा स्थान रखने वाली नानपारा तहसील के ग्राम आलिया बुलबुल, बुलबुल नवाज, रिसिया, मटेरा, सी धारा, राजा नानपारा की बाग, मासूमपुर ,भगड़वा ,शंकरपुर, नवाबगंज, नानपारा देहात, भोपापुर बेलवा, परबतिया, हराबसेहरी, अगेया, बाबागंज, रायबोझआ, कंचियारा, पचपेड़वा पटपड़गंज आदि स्थानों पर पर सैकड़ों एकड़ भूमि में किसानों द्वारा दशहरी आम के वृक्ष लगाए गए हैं भारी मात्रा में यहां के किसान आम की पैदावार करते रहे हैं पिछले कई वर्षों से आम की पैदावार अधिक हो रही थी लॉकडाउन में भी यहां भारी मात्रा में दशहरी आम पैदा हुआ । मालूम हो कि यहां के किसान वर्षों से इस क्षेत्र को फल पट्टी घोषित किए जाने की मांग करते रहे हैं परंतु किसानों यह मांग शासन प्रशासन में नक्कारखाने मैं सूती के समान दबकर रह जाती है और यह क्षेत्र फल पट्टी घोषित होने से रह जाता है फल पट्टी घोषित ना होने से आम की पैदावार करने वाले किसानों को सरकार द्वारा प्रदत्त सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं जिसके कारण आम की फसल चौपट भी होती है आम के बागों में इस बार भारी मात्रा में फूलों को देख कर लगता था की शत प्रतिशत आम की पैदावार होगी और यहां के लोग को आम का लजीज स्वाद मिल सकेगा परंतु भुनगा कीट लगने से आम की फसल चौपट हो गई कीट ने कुछ इस तरह फूलों को बर्बाद किया की आम के पौधों के नीचे आयल जैसा लिक्विड गिर रहा है। कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर एसबी सिंह ने बताया कि भुनगा कीट के कारण इस बार की फसल चौपट हो रही है। वैज्ञानिक ने किसानों से कहा है कि शेष बची फसलो को बचाने के लिए कीटनाशक का छिड़काव नियमानुसार करें।
व्यापारी हालिम अंसारी का कहना है कि ईट लगने के कारण इस बार आम की फसलों को बहुत बड़ी क्षति हुई है और आम की फसल 30% होने की ही उम्मीद है कम पैदावार के कारण आम बाजार में महंगा बिकेगा महंगाई के कारण आम आदमी की पहुंच से दूर हो सकता है आम।