
गैर जनपदो मे भूसे को तलाश रहे प्रधान 2000 रुपया कुन्तल का रेट सुन छूट रहा पसीना
भास्कर ब्यूरो
जरवल/बहराइच। विकास खण्ड जरवल की 78 ग्राम सभाओं मे मात्र दो ही गौशालाएं है।जबकि छुट्टा घूम रही गौ वंशीय पशुओं की संख्या मे काफी इजाफा हो रहा है।जिसको लेकर जल्द ही यहाँ की ग्राम सभा देवीदास पुर मे निर्माणधीन एक और गौशाला बनवाई जा रही है।
लेकिन भूसा की मारा-मारी के लिए ग्राम प्रधानों के साथ सचिवों को पसीना छूट रहा है।वजह भी जायज है कि भूसे का टोटा कई ग्राम प्रधानों ने नाम न छापने पर “दैनिक भास्कर” को बताया कि साहब भूसा कही मिल नही रहा।जो मिल भी रहा है वो या तो जनपद के अंतिम छोर मिहीपुरवा मे या फिर गैर जनपद बाराबंकी या लखनऊ मे वो भी 2000 रुपया कुन्तल भाड़ा अलग से जिसका कोई भी मद भी नही है।प्रत्येक प्रधान को 10-10 कुन्तल गौशालाओं पर दान मे देने की अनिवार्यता भी है।जिसके लिए प्रधानों के सामने सांप व छछुंदर वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।
जरवल की दोनों गौशालाओं पर चारा व पानी की पर्याप्त व्यवस्था है बीमार पशुओं के दवा-पानी के लिए भी पूरा इंतजाम है।
सत्यप्रकाश पाण्डेय
खण्ड विकास अधिकारी
जरवल-बहराइच
एक नजर जरवल के ग्रामीण इलाकों में बनी गौशालाओ की हकीकत
ग्रामसभा
1-अहाता
2-परसोहर
कुल गायों की संख्या
1-अहाता मे-210 गाय*
2-परसोहर मे-91गाय*
मौजूद भूसा कुन्तल मे
1-अहाता मे 113 कु.
2-परसोहर मे 46 कु.
नेपियर घास
अहाता-1 एकड़