बरेली : कलेक्ट्रेट पर आईएमसी का प्रदर्शन, बारादरी में दूसरे पक्ष पर FIR

बरेली। जोगी नवादा में हुए बवाल को लेकर आईएमसी कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर दूसरे पक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस मामले में सोमवार रात 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस का मानना है कि पथराव दोनों पक्षों की ओर से किया गया। जोगी नवादा में रविवार को नूरी मस्जिद के आसपास हुए उपद्रव के मामले में एक पक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाते हुए आईएमसी के दर्जनों कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर एकपक्षीय कार्रवाई की मांग की है।

आइएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ नफीस ने कहा कि मंडल अध्यक्ष नदीम खां और थाना बारादरी पुलिस के साथ एक समझौता हुआ था। इसमें कहा था कि मस्जिद के 300 मीटर की परिधि में कांवड़ लेने वाले व्यक्ति 10-10 लोगों के समूह में अनुशासित रूप से लाइन से होकर जाएंगे। इंस्पेक्टर बारादरी की समझौते पर मुहर भी है। इसके बावजूद वहां पथराव और बवाल किया गया।

पुलिस की माने तो दूसरे पक्ष के सफेद पाउडर डालने पर हुआ बवाल और पथराव

बारादरी में दूसरे पक्ष के ढाई सौ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इसमें कहा गया कि बारादरी थाने के दरोगा अमित कुमार पुलिस टीम के साथ गुसाईं गौटिया जा रहे थे। वहां से कांवड़ के जत्थे को शाहनूरी मस्जिद से बनखंडी नाथ मंदिर सेटेलाइट चौराहा होकर कालीबाड़ी चौपला और लाल फाटक से कछला घाट जाना था। जत्थे के साथ पुलिसकर्मी थे। इंस्पेक्टर व अन्य दरोगा सिपाही जीप में थे। शाह नूरी मस्जिद में जौहर की नमाज अदा कर नमाजियों को सकुशल मस्जिद से निकाला गया।

एमसीआई का आरोप, 10-10 का ग्रुप निकालने पर हुआ था समझौता, भीड़ लेकर क्यों पहुंची पुलिस

इसके बाद जत्थेदारो को पीस कमेटी के सदस्यों ने सूचना दी। जैसे ही जत्था डीजे के साथ मस्जिद के पास पहुंचा। कुछ अज्ञात लोगों ने सफेद पाउडर मस्जिद पर फेंक दिया। इसको लेकर दूसरे समुदाय के लोग भड़क गए। पत्थर फेंक दिए। इसकी वजह से दो पक्षों में करीब दो से ढाई सौ लोग पथराव करने लगे। इंस्पेक्टर की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। पुलिस वाले बमुश्किल जान बचाकर भागे। इसके बाद भीड़ ने सुरेश शर्मा नगर चौराहे के पास पीलीभीत बाईपास जाम कर दिया।

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