अंतर्राज्यीय शराब तस्करों के बडे रैकेट का खुलासा, चार गिरफ्तार

कामयाबी पाने वाले टीम को 25 हजार नगद पुरस्कार से  किया गया पुरुस्कृत         

सोनभद्र से अंतर्राज्यीय शराब तस्करों का बड़ा रैकेट जुड़े होने का खुलासा हुआ है। सोनभद्र पुलिस ने इस रैकेट से जुड़े एक इनामिया, एक शराब माफिया और दो सगे भाइयों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है। उनकी निशानदेही पर राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के गेंगुवार से बड़ी मात्रा में नकली एवं अपमिश्रित शराब, उपकरण और उसमें प्रयुक्त होने वाली सामग्री बरामद की गई है। कामयाबी पाने वाले टीम को 25 हजार के नगद पुरस्कार से नवाजा गया है।

एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि जिले में शराब तस्करी का सिंडिकेट संचालित होने की सूचना मिल रही थी। इसको दृष्टिगत रखते हुए एएसपी मुख्यालय विनोद कुमार के पर्यवेक्षण में राबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस, एसओजी, स्वाट और सर्विलांस टीम को लगाया गया था। आबकारी विभाग की टीम से भी पुलिस समन्वय बनाए रखे हुई थी। इसी कड़ी में रविवार की रात सभी टीमें संयुक्त रूप से छपका के पास चुर्क तिराहे पर मौजूद थी। इसी दौरान जानकारी मिली कि क्षेत्र के गेंगुवार गांव में एक मकान के सामने एक गाड़ी खड़ी है। उसके जरिए नकली शराब तस्करी के लिए ले जाने की तैयारी की जा रही है। इस सूचना के आधार पर टीम जैसे ही मौके पर पहुंची वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। दो लोग कार की अगली सीट पर बैठे मिले। वही कार की पिछली सीट पर दो पेटी ब्लू लाइम अपमिश्रित शराब (99 सीसी) रखी मिली। वहीं बगल स्थित मकान के कमरे में दो लोग शराब बनाते मिले। कमरे में 560 लीटर स्प्रिट, शराब को तीखा बनाने के लिए रखी दो किलो यूरिया, तीन सौ खाली शीशी, 13 हजार ढक्कन हरे रंग के, शराब में डालने के लिए रंग एवं अन्य सामग्री तथा शराब बनाने के उपकरण बरामद किए गए।पकड़े गए लोगों ने अपना नाम पता इंद्रजीत कुमार तिवारी, संजीत कुमार तिवारी पुत्र स्व. विजय कुमार तिवारी निवासी गेंगुवार, विजय सोनकर उर्फ डबल पुत्र गुलाब सोनकर निवासी लोहरा थाना राबर्ट्सगंज, अंकित कुमार जायसवाल पुत्र जयप्रकाश जयसवाल निवासी खटकरिया थाना अहरौरा जिला मिर्जापुर बताया। तलाशी में विजय सोनकर के पास से 315 बोर का एक तमंचा और एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ।  एस पी ने बताया कि विजय सोनकर पहले से शराब तस्करी में संलिप्त है। इस मामले में उसके खिलाफ राबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस वर्ष 2018 में आबकारी अधिनियम के तहत और वर्ष 2020 में गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर चुकी है। वहीं अंकित कुमार जायसवाल का नाम पिछले दिनों घोरावल क्षेत्र में एसटीएफ द्वारा अवैध शराब निर्माण के किए गए भंडाफोड़ में सामने आ चुका है। उसके बाद से वह फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए 20 हजार का इनाम घोषित किया गया था। कामयाबी पाने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक राबर्ट्सगंज सत्यनारायण मिश्र, प्रभारी एसओजी निरीक्षक साजिद सिद्दीकी, प्रभारी सर्विलांस सरोजमा सिंह, प्रभारी स्वाट टीम अमित कुमार त्रिपाठी, चुर्क चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार, आबकारी निरीक्षक अनुपम सिंह और अभय कृष्ण चौधरी की अगुवाई वाली टीम शामिल रही।

अवैध शराब निर्माण, तस्करी के खुलासे से आबकारी विभाग की सक्रियता पर सवाल उठ रहे हैं। घोरावल में पिछले दिनों एसटीएफ की छापेमारी में सत्तापक्ष से जुड़े एक नेता के पुत्र की अगुवाई में संचालित शराब निर्माण एवं तस्करी के कारोबार के खुलासे के बाद पुलिस एक के बाद एक कामयाबी हासिल कर रही है। कार्रवाई के दौरान आबकारी टीम को भी साथ रखा जा रहा है। घोरावल में एसटीएफ की छापेमारी के दौरान लंबे समय से अवैध शराब का निर्माण और पूर्वांचल के कई जनपदों के साथ ही सीमावर्ती राज्यों में तस्करी की बात सामने आई थी। इसके बाद से पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई में भी सोनभद्र से शराब तस्करी का बड़ा अंतर्राज्यीय रैकेट जुड़े होने की जानकारी मिलती जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि एक बड़ा सिंडिकेट अवैध शराब निर्माण और तस्करी का संचालन कर रहा है उसके खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी रहेगी। 

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