कोरोना संकट : अंतिम संस्कार भी नहीं कर सके मृतक के परिजन

– जिला प्रशासन ने किया दाह संस्कार 
औरैया । कहा जाता है कि यदि मृतक के शव को उसके परिजन देख लें तो उन्हें शांति मिल जाती है। मगर कभी तो ऐसा भी होता है कि उन्हें भी यह मालूम नहीं होता कि वह अपने सगे संबंधी की आखरी समय में सूरत भी देख पाएंगे। ऐसा ही एक मामला जनपद औरैया के थाना अछल्दा क्षेत्र के अंतर्गत देखने को मिला।  जनपद औरैया में एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है जिसमें मृतक के परिजनों को उसका आखरी समय पर भी चेहरा देखने को नहीं मिल सका। 


बताते चलें कि, जनपद औरैया के थाना अछल्दा क्षेत्र के अंतर्गत बुधवार की सुबह एक व्यक्ति कोरोना संक्रमण होने की वजह से मौत हो गई थी। जिसके बाद पूरा जिला प्रशासन हिल गया और उन्होंने क्षेत्र को पूरी तरह से अपने कब्जे में लेकर स्वास्थ्य टीमों को जांच के लिए लगा दिया गया था। एक ऐसा ही मामला जनपद औरैया के थाना अछल्दा क्षेत्र के अंतर्गत पाया गया। जिसमें एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई और उसके शव को परिजनों को देखने तक को नसीब नहीं हुआ। जिला प्रशासन ने डॉक्टरों की टीम के साथ परिवार के मात्र दो सदस्य की उपस्थिति में उसका दाह संस्कार कराया।


बताते चलें कि एक मई को दिल्ली से लौट कर आए एक प्रवासी श्रमिक की तबीयत खराब चल रही थी। उसे पहले स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। उसके उपरांत आराम न मिलने पर उसे सैफई में भर्ती किया गया। सैफई में भर्ती कराए जाने के दौरान उसके खून की जांच की गई। जिसमें उसकी रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव पाई गई। मात्र 24 घंटे के अंदर ही पीड़ित युवक ने दम तोड़ दिया। जैसे ही इसकी जानकारी औरैया के जिला प्रशासन को तो उनमें हड़कंप मच गया और उन्होंने पूरे क्षेत्र को अपने कब्जे में लेते हुए पहले सैनिटाइज कराया। उसके उपरांत उसके पूरे परिवार के करीब 8 सदस्यों को 14 दिन के लिए कोरेंटीन कर दिया। 


यही नहीं उनके परिजनों की खून के नमूने भी लेकर उन्हें जांच के लिए भेजा गया है। बताते चलें कि अछल्दा थाना क्षेत्र के ग्राम सैनपुर निवासी 45 वर्षीय युवक  अपने भाई के साथ दिल्ली की एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे। गत दिनों उनकी तबीयत खराब हुई जिसके बाद वह लोग उन्हें औरैया लेकर आए। उन्होंने उसका उपचार कई जगह पर कराया मगर उसे कोई आराम नहीं मिला। इस पर उन्होंने बीमार 45 वर्षीय युवक को सैफई के अस्पताल में भर्ती करा दिया। महज 24 घंटे के अंदर पीड़ित भूरे सिंह दम तोड़ दिया। बताया गया कि कोरोना पॉजिटिव था, जिसके कारण उसकी जान चली गई। बुधवार की देर शाम को  उसका शव पैतृक गांव सैनपुर पहुंचा। जहां पर जिला प्रशासन के अलावा उसके दो भाइयों व पुलिस प्रशासन के बीच उसका अंतिम संस्कार किया गया। युवक की मौत की खबर पाकर उसके परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। 

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