डासना की जिला जेल में बंदी की हार्ट अटैक से हुई मौत

भास्कर समाचार सेवा

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश की सबसे हाईटेक जेल कहलाने वाली डासना की जिला जेल में उस समय हड़कंप मच गया जब एक 55 वर्षीय बंदी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। जैसे ही यह सूचना जेल वार्डन को लगी तो उसने अपने उच्च अधिकारियों से इस मामले से अवगत कराया । हालांकि मौके पर पहुंची डॉक्टरों की टीम द्वारा बंदी को आनन-फानन में सरकारी हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने बंदी को मृत घोषित कर दिया। जानकारी के अनुसार बता दें कि डासना की जिला जेल में करीब 8 साल से आधा दर्जन से अधिक मुकदमों में विचाराधीन बंदी 55 वर्षीय आखिल पुत्र मकसूद को दिल की बीमारी के चलते दिल्ली के पंत हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। जिसको लेकर जेल प्रशासन की टीम द्वारा बंदी का दिल्ली के जीबी पंत हॉस्पिटल में इलाज कराया जा रहा था। इसी बीच बीते मंगलवार को बंदी आखिल के सीने में अचानक से दर्द हुआ और उसे जेल हॉस्पिटल लाया गया। जहां बंदी को आनन-फानन में सरकारी हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने बंदी को मृत घोषित कर दिया। जेल प्रशासन द्वारा इस मामले में मसूरी पुलिस को सूचना दी गई। एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी इस मामले से अवगत कराया गया। मौके पर पहुंचे पुलिस द्वारा बंदी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जेल अधीक्षक आलोक सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि करीब आधा दर्जन से अधिक मुकदमों में जेल में विचाराधीन बंदी आख़िल पुत्र मकसूद मसूरी को दिल की बीमारी के चलते दिल्ली के जीबीपंत हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। जिसको काफी गंभीर बीमारियां थी और उम्र भी लगभग 55 से 60 वर्ष रही होगी। लिहाजा इसी बीच जेल वार्डन द्वारा सूचना दी गई की बंदी की तबीयत खराब है। जिसे डॉक्टरों की टीम द्वारा जेल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। हालत गंभीर होने पर उसे गाजियाबाद सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां बंदी की उपचार के दौरान मौत हो गई। लिहाजा इस मामले में जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया और परिजनों को भी सूचना दी गई है। पुलिस द्वारा बंदी का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

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