बीते मंगलवार को जम्मू कश्मीर के डीजी जेल की हत्या से पूरे देश में हड़कंप मच गया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कुछ ही समय में पुलिस ने आरोपी नौकर को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद से ही पुलिस हत्यारे यासिर के बारे हर बात पता लगा रही है। हत्या का आरोपी यासिर स्कूल ड्रॉपआउट है। उसकी निजी डायरी में पुलिस को ऐसी शायरी लिखी मिली है, जिसका मजमून जिंदगी से नफरत और मौत को गले लगाना चाहता है।
डायरी में लिखा था ये
जानकारी के मुताबिक, यासिर ने डायरी पर एक जगह लिखा है ‘मै अपनी जिंदगी को फिर से शुरू करना चाहता हूं’ फिर लिखा है – जिंदगी तो बस तकलीफ देती है, सुकून तो मौत ही देती है। हर दिन उम्मीदों के साथ शुरु होकर बुरे अनुभव के साथ खत्म होता है। मैं 99 फीसदी गम में हूं और मेरे चेहरे पर 100 फीसदी फर्जी मुस्कुराहट है। मैं दस फीसदी खुश हूं, लेकिन जिंदगी में शून्य फीसदी प्यार और नब्बे फीसदी तनाव है। मैं अपनी जिंदगी से नफरत करता हूं, जो मुझे सिर्फ दर्द देती है। मैं नई शुरुआत के लिए बस अपनी मौत का इंतजार कर रहा हूं। यासिर ने आशिकी 2 फिल्म के मशहूर गीत की पंक्तियां ‘भुला देना मुझे, है अलविदा तुझे’ को भी डायरी में लिखा है। एडीजीपी मुकेश सिंह ने कहा कि प्रारंभिक जांच बता रही है कि यासिर का व्यवहार गुस्सैल था। उसके अवसादग्रस्त होने की बात सामने आई है।
मंगलवार को हुई थी हत्या
गौरतलब है कि मंगलवार को 1992 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी लोहिया (52) शहर के बाहरी इलाके में अपने उदयवाला निवास पर मृत मिले और उनका गला रेता गया था। घटना स्थल की प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि लोहिया ने अपने पैर में तेल लगाया होगा, जिनमें सूजन दिखाई दे रही थी। हत्यारे ने लोहिया का गला काटने के लिए ‘केचप’ की टूटी हुई बोतल का इस्तेमाल किया और बाद में शव जलाने की भी कोशिश की।