भास्कर ब्यूरो
चौडगरा, फतेहपुर । विकास खण्ड मलवां के अन्तर्गत पांच हजार से अधिक आबादी वाले गांव गोधरौली में तीन दिन तक पीने के पानी की आपूर्ति ठप्प हो जाने के कारण अधिकांश ग्रामीणों को मजबूरन गांव का प्रदूषित पानी पड़ा। खण्ड विकास कार्यालय व तहसील को सूचना न होने के कारण ग्रामीणों को पीने के पानी का टैंकर भी नहीं आ सका। ज्ञात हो कि ग्राम गोधरौली के भूगर्भ से निकलने वाले पानी में भारी मात्रा में प्रदूषण पाए जाने के कारण प्रशानिक स्तर पर यहां का पानी पीने के प्रयोग में बहुत पहले रोक लगा दी गई थी और ग्राम लोधनपुरवा की पानी की टंकी से पूरे गांव को पेयजल आपूर्ति होने लगी थी।
गांव के ही सम्भ्रांत व्यक्ति जयप्रकाश शुक्ला ने बताया कि लोधनपुरवा में स्थापित पानी की टंकी में कार्यरत पम्प ऑपरेटर आनन्द कुमार को करीब एक वर्ष से वेतन नहीं मिला है, इसीलिए ग्राम गोधरौली को तीन दिन तक पानी नहीं मिला। स्मरण रहे कि लोधनपुरवा ग्राम गोधरौली का ही मजरा है, और पम्प ऑपरेटर का वेतन ग्राम पंचायत अधिकारी और ग्राम प्रधान के द्वारा मिलने की बात कही गई है। जबकि ग्राम प्रधान चन्दन दिवाकर ने बताया है कि बिजली खराब होने के कारण पेयजल आपूर्ति ठप्प रही है।
– ग्राम प्रधान ने गलती को बिजली विभाग पर थोपा
विद्युत उपगृह दुर्गागंज में कार्यरत विद्युत कर्मी रामकिशोर राजपूत ने बताया है कि पानी की टंकी के लिए अलग से विद्युत ट्रांसफार्मर लगा है जहां विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से चल रही है। लोधनपुरवा गांव का ट्रांसफार्मर खराब था जिसका पानी की टंकी से कोई लेना देना नहीं है। वहीं पर पम्प ऑपरेटर आनन्द कुमार ने बताया है कि उसे एक साल से वेतन नहीं मिला है, उसके परिवार का पालन पोषण करने में दिक्कतें आ रही हैं, कई बार ग्राम प्रधान से कहा लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो सकी।
– क्या कहते हैं जिम्मेदार
विजय कुमार गौतम अवर अभियंता दुर्गागंज ने बताया कि लोधनपुरवा पानी की टंकी की कोई शिकायत दर्ज नहीं है, यहां विद्युत आपूर्ति निर्बाध चल रही है।
इस बाबत पम्प ऑपरेटर आनन्द कुमार ने बताया कि एक साल हो गया है, वेतन नहीं दिया गया। अपना और परिवार का खर्च कैसे चलाएं।