फतेहपुर : भूमाफियाओं के हौसले बुलंद, रातों-रातों नौ मंदिरों को माफियाओं ने तोड़ा

दैनिक भास्कर ब्यूरो

फतेहपुर । जनपद में भूमाफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि उन्होंने मंदिर तक की जमीन को भी नहीं छोड़ा। रातों रात काली वाहन दुर्गा पीठ मंदिर के नाम से खतौनी में दर्ज जमीन पर बने नौ मंदिरों को माफियाओ ने तोड़ दिया और भूमि से मंदिरों व पेड़ो का नामोनिशान मिटा दिया। बड़ी बात यह है कि मंदिरों को तोड़वाने का आरोप भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह उर्फ पप्पू पर लगा है! आपको बता दें कि जहानाबाद कस्बा के चौक मुचियाना के रहने वाले अंशू गुप्ता ने जिलाधिकारी श्रुति को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसके दादा काली वाहन दुर्गा पीठ मंदिर जो ग्राम शाहजहांपुर खालसा में स्थित है उसके न्यायालय से सर्वराकार नियुक्त हैं। जो खतौनी में गाटा संख्या 30,31,32 मंदिर के नाम से अंकित है।

भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष व उनके करीबियों पर लगे गम्भीर आरोप

प्रार्थी के अनुसार इस जमीन में लगभग एक दर्जन छोटे बड़े मंदिर स्थापित हैं जिनको समाजवादी पार्टी के अमरीश उत्तम जो जिला पंचायत सदस्य हैं व उनके साथी संदीप उत्तम सहित दो दर्जन से अधिक लोग मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जा कर रहे हैं। प्रार्थी का आरोप है कि ये लोग जिला पंचायत अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह के गुर्गे हैं व इनके सम्बन्ध प्रयागराज के चर्चित भूमाफिया से भी हैं। प्रार्थी ने बताया कि इन मंदिरों को भूमाफियाओं द्वारा ध्वस्त कर दिया गया है।

प्रार्थी ने बताया कि उसे जिला पंचायत अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह ने फोन पर धमकी दी कहा कि जमीन की पैरवी करना छोड़ दो अन्यथा अंजाम भुगतोगे। प्रार्थी ने बताया कि अभय प्रताप सिंह द्वारा धमकी दिए जाने की ऑडियो रिकॉर्डिंग उसके पास उपलब्ध है। प्रार्थी के दादा माफियाओ की धमकी से दहशत में हैं प्रार्थी भी डरा हुआ है। प्रार्थी अंशू ने बताया कि उसकी व उसके परिजनों की हत्या हो सकती है। प्रार्थी ने जिलाधिकारी से माफियाओ पर एफआईआर पंजीकृत कर सख्त कार्रवाई करने की व बचे हुए मंदिरों की सुरक्षा करने की गुहार लगाई है।

गम्भीर आरोप पर क्या बोले जिला पंचायत अध्यक्ष

मामले को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह ने कहा कि उनको बदनाम करने की राजनीतिक साजिश है उनका मंदिर की जमीन में कब्जा करने से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि अमरीश उत्तम से वह जिला पंचायत सदस्य के रूप में परिचित हैं न ही वह मंदिर की जमीन पर गए और न ही कोई कागजी साक्ष्य है कि उन्होंने मंदिर की जमीन को खरीदा है। उन्होने धमकी देने वाली वायरल ऑडियो को भी बताया कि यह उनके विरोधी संजय सेंगर की साजिश है। पूछने पर कि ऑडियो में धमकी देने वाला ब्यक्ति आपका नाम ले रहा है और उसकी आवाज भी आप जैसी प्रतीत होती है तो जिला पंचायत अध्यक्ष अभय प्रताप ने कहा कि ऑडियो की जांच करवा लें। इस बाबत फ़तेहपुर पुलिस ने ट्विटर हैंडल से जवाब दिया कि प्रभारी निरीक्षक जहानाबाद को आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया है।

मामले को लेकर एसडीएम बिंदकी अंजू वर्मा ने बताया कि मैं यहीं मौके पर हूँ ग्राम प्रधान का घर सामने है उन्होंने बताया कि कोई मूर्ति नहीं तोड़ी गई है सब सही सलामत है उन्होंने कहा कि सर्वराकार मेरे सामने हैं वह कह रहे हैं उनके द्वारा आज कोई शिकायत नहीं की गई है। ये प्रकरण डेढ़ महीने पुराना है सीमांकन करा दिया गया है मंदिर के नाम 30, 31, 32 इनमें से एक नम्बर जिसमे मंदिर बना है थोड़ा तालाब की जमीन में आ रहा है। उसके बगल में एक भूमिधरी जमीन है अभी का कोई प्रकरण नहीं है ये जनवरी का प्रकरण है। एसडीएम ने कहा कि सर्वराकार का कहना है कि अंशू गुप्ता उनके पारिवारिक नहीं हैं वह विश्व हिंदू परिषद के नेता हैं।

यह प्रकरण एक महीने पहले संज्ञान में आया था कि कोई विवाद चल रहा है जिसमे हमारा तालाबी नम्बर था नाप करके सीमांकन कराया गया था जिसमे पीछे एक मकान है व मंदिर आंशिक रूप से तालाब में आ रहा है। आज कोई घटना नहीं हुई है ये पुराना मामला है। मंदिर की जमीन सुरक्षित है। पूछने पर कि क्या ये पुरानी घटना है जिसमे तोड़ फोड़ हुई है। तो एसडीएम ने कहा ये जो बता रहे हैं वह एक भूमिधरी जमीन का मामला है इसमें प्रशासन हस्तक्षेप नही कर सकता है ये उनका पर्सनल मैटर है इससे सरकारी अमले का कोई लेना देना नहीं है।

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