फर्स्ट क्लास क्रिकेट में एक नया रिकॉर्ड बना… रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत का। मुंबई ने रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में उत्तराखंड को 725 रनों से हराया। ऑस्ट्रेलिया में 1930 में न्यू साउथ वेल्स ने क्वींसलैंड को 685 रन से हराया था। यानी फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अब तक रनों के लिहाज से ये सबसे बड़ी जीत थी। 92 साल बाद मुंबई ने यह रिकॉर्ड तोड़ा है। बता दें कि टेस्ट क्रिकेट को भी फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शामिल किया जाता है।
अगर 88 साल पुराने रणजी टूर्नामेंट की बात करें तो इससे पहले सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड बंगाल के नाम था। बंगाल ने दिसंबर 1953 में ओडिशा को 540 रन से हराया था। भारत में खेले गए ओवरऑल फर्स्ट क्लास मैचों में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड साउथ जोन के नाम है। साउथ जोन ने साल 2011 में दलीप ट्रॉफी के मुकाबले में सेंट्रल जोन को 552 रन से हराया था।
उत्तराखंड को दिया 795 रनों का टारगेट
मुंबई ने 647/8 के स्कोर पर अपनी पहली पारी घोषित की। उसके बाद उत्तराखंड के बल्लेबाजों को 114 रनों पर चलता कर दिया। टीम ने दूसरी पारी 261/3 पर डिक्लेयर कर उत्तराखंड को 795 रनों का लक्ष्य दिया। इतने बड़े लक्ष्य को साधने उतरी उत्तराखंड की टीम 69 रन ही बना सकी।
मुंबई की ओर से डबल सेंचुरी
मुकाबले में मुंबई की ओर से सुवेद पारकर ने पहली पारी में डबल सेंचुरी जमाई, जबकि सरफराज खान ने शानदार 153 रन बनाए। इस पारी में अरमान जाफर (60) और शाम्स मुलानी (59) के बल्ले से अर्धशतक निकले। टीम की दूसरी पारी में ओपनर यशस्वी जायसवाल ने 103, पृथ्वी शॉ ने 72 और आदित्य तारे ने 57 रन बनाए। मुलानी ने मुकाबले में सात विकेट लिए। उन्हें पहली पारी में 4 और दूसरी में तीन विकेट मिले।
MP और UP ने मारी बाजी
टॉप-8 के अन्य मुकाबलों में MP और UP ने भी जीत दर्ज की। बेंगलुरू में मध्यप्रदेश ने पंजाब को दस विकेट से हराया, तो उत्तर प्रदेश ने कर्नाटक पर पांच विकेट की जीत हासिल की।
चौथे क्वार्टर फाइनल के चौथे दिन बंगाल अब भी झारखंड पर 530 रनों की बढ़त बनाए हुए है। खबर लिखे जाने तक झारखंड ने नौ विकेट पर 243 रन बना लिए हैं। बंगाल ने पहली पारी 773/9 पर घोषित की थी।