शामली में लॉकडाउन के दौरान हुई पहली शादी, सभी नियमों का किया पालन

शामली. अपनी शादी के खास दिन को यादगार बनाने के लिये कई जोड़े कुछ नया करने की ठान लेते है, ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के शामिली में एक युगल ने जिलाधिकारी की अनुमति से लॉकडाउन के दौरान शुक्रवार को शादी संपन्न करके दिखाया।
शामली जिले के गढ़ी क्षेत्र के ताना गांव निवासी रामवीर सिंह ने बताया कि उनके बेटे सूरज की शादी शामली के शिव कॉलोनी निवासी स्वाति से पहले से तय थी। इस बीच लॉकडाउन हो गया। बच्चों ने शादी को यादगार बनाने के लिये लॉकडाउन के दौरान ही शादी करने की जिद की है।

सिंह ने बताया कि उन्होंने शामली की जिलाधिकारी से बच्चों शादी के लिये अनुमति मांगी और कहा कि इस दौरान लॉकडाउन के सभी नियमों को पालन किया जायेगा। जिलाधिकारी ने लॉकडाउन के नियमों का पालन करने तथा शादी में केवल सात लोगाें को शामिल होने की इजाजत दी। दोनों पक्ष इसके लिये राजी हो गये।

पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को दुल्हा सूरज पुत्र रामवीर सिंह तथा दुल्हन स्वाति पुत्री स्वर्गीय शिवकुमार ने एक दूसरे के गले में वरमाला डालकर विवाह किया है। दोनों के परिजनों को पुष्प वर्षा कर दोनों को आर्शीवाद दिया।

उन्होंने बताया शादी के दौरान दुल्हा-दुल्हन समेेत सभी ने मास्क लगाया था। उन्होंने बताया कि शादी बेहद सादगी से संपन्न हुई और इससे लाखों रूपयों का खर्चा भी बच गया जो बच्चों के भविष्य के लिये काम आयेगा।

गौरतलब है कि लॉकडाउन से पहले इन दोनों की शादी का शुभ मुहर्त पण्डित जी द्वारा 17 अप्रैल 2020 का निकाला था। कोरोना वायरस के चलते सरकार को बचाव के लिये लॉकडाउन का निर्णय करना पड़ा। इससे दोनों के अरमानो पर पानी फिर गया था। परिजनों से लड़के सूरज व लड़की स्वाति की मायूसी देखी नही गई तो सूरज के परिजनों ने जिलाधिकारी कार्यलय में शादी के लिए परमिशन की अर्जी लगा दी गई। जिलाधिकारी जसजीत कौर ने शादी में शामिल होने के लिए दूल्हा व दुल्हन समेत मात्र सात लोगों की परमिशन दी गई। दूल्हा व दुल्हन पक्ष के लोगों ने लॉकडाउन का पालन करते हुए तय शुभमुहर्त में विवाह संपन्न किया है। लॉकडाउन के दौरान यह पहली शादी होने के चलते चर्चा का विषय बनी हुई है।

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