भास्कर समाचार सेवा
वृंदावन । वृंदावन के प्राचीन ठाकुर राधाबल्लभ मंदिर में श्री हित वृंदावन महोत्सव का आयोजन हर्षोल्लास के साथ किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत रविवार को श्रीहित हरिवंश की तपस्थली प्राचीन मदन टेर से बड़ा रास मंडल तक भव्य चाव सवारी शोभायात्रा का आयोजन किया गया। जिसमें राधा बल्लभीय संप्रदाय से जुड़े देश-विदेश के हजारों श्रद्धालुओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।
मंदिर के तिलकायत अधिकारी मोहित मराल गोस्वामी ने कहा कि
नारायण की भक्ति में ही परम आनंद मिलता है। भगवान प्रेम के भूखे हैं। वासनाओं का त्याग करके ही प्रभु से मिलन संभव है। आचार्य राधेश लाल गोस्वामी ने
कहा कि यह संसार भगवान का एक सुंदर बगीचा है। यहां चौरासी लाख योनियों के रूप में भिन्न- भिन्न प्रकार के फूल खिले हुए हैं। मानव हृदय ही भगवत भक्ति के पुष्प खिलाने चाहिए। युवराज शोभित लाल गोस्वामी ने कहा कि धर्म और संस्कृति के बिना व्यक्ति का कोई अस्तित्व नहीं है इन दोनों से ही व्यक्ति के जीवन को पहचान मिलती है और प्रभु के उत्सव उसे जीवन में उल्लास व उमंग लाते हैं।
इससे पूर्व चाव सवारी शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ मदन टेर से प्रारंभ हुई। जिसमें हजारों श्रद्धालु राधा वल्लभ श्री हरिवंश की भक्ति मय धुन पर नाचते गाते हुए प्रभु का गुणगान कर रहे थे। नगरवासियों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया।
इस अवसर पर विशाल लाल गोस्वामी, सुकृत गोस्वामी, उदित गोस्वामी, महंत लाड़ली शरण महाराज, गोविंद गोस्वामी, मुन्ना महाराज, वेद प्रकाश शर्मा ,राजा गौतम, आनंद लाल गोस्वामी, अक्षय गोस्वामी, रवि प्रकाश, महेश शर्मा, चंद्र नारायण शर्मा आदि उपस्थित थे।