जेके टायर के कर्मचारियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जा सकता : विधायक

जेके टायर कंपनी के  कर्मचारियों और कंपनी प्रबंधन के बीच एग्रीमेंट को लेकर विवाद चल रहा है। मंगलवार को  कर्मचारियों ने लंढौरा रंगमहल पहुंच कर विधायक चौंपियन से मदद की गुहार लगाई। इस मौके पर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चौंपियन ने कहा कि वर्ष 2006 में उनके प्रयास से बिरला टायर कंपनी लगाई गई थी, इसमे क्षेत्र के छह हजार लोगों को रोजगार मिला था। कहा कि बाद में उक्त कंपनी को जेके टायर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कंपनी प्रबंधन श्रमिको को अलग गुटों में बांट कर उनका उत्पीड़न करने लगा है। चैंपियन ने कहा कि रात को ढाई बजे चुनिंदा लोगों से बात कर एग्रीमेंट बना दिया गया। जिसमें बहु संख्यक वर्ग के हितों की अनदेखी कर उत्पीड़न की साजिश रची गई। कहा किसी सूरत में कर्मचारियों का उत्पीड़न बर्दास्त नहीं किया जाएगा। कहा कि इस संबंध में मुख्यमंत्री, श्रममंत्री, गन्ना विकास और कृषि मंत्री को अवगत करा दिया गया है। कहा कि सीएम ने शीघ्र इस पर संज्ञान लेने का आश्वाशन दिया है। रानी देवयानी ने कहा कि किसान, मजदूर का उत्पीड़न बर्दास्त नही किया जा सकता। कर्मचारी यूनियन अध्यख अशोक कुमार ने कहा कि पूरे जिले में चौंपियन ही एक मात्र विधायक है पीड़ित लोगों की आवाज उठाते है।  इस मौके पर अशोक कुमार, संदीप सैनी, अनिल सिंघल, सुधीर कुमार, प्रदीप, हसीन हैदर, शादी, रामकुमार, राजीव, निशांत, बिजेंद्र, विपिन, आजाद समेत काफी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे।

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