कानपुर के उद्यान वैज्ञानिक ने आम बागवानोंं को जारी की एडवाइजरी

आम के बौर को कीट एवं रोगों से बचाएं बागवान,  होगी अच्छी फलत एवं उत्पादन:डॉ. अनिल

कानपुर। सीएसए के प्रसार निदेशालय के उद्यान वैज्ञानिक डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बागवान भाइयों के लिए एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने बताया कि आम में मंजर (बौर) फरवरी माह में आना प्रारंभ कर देता है। उन्होंने बताया कि यह आम की विभिन्न प्रजातियों तथा उस समय के तापक्रम पर निर्धारित होता है। डॉ सिंह ने बताया कि मंजर (बौर) आते ही, हापर या भुनगा कीट बहुत संख्या में आक्रमण करते हैं। यह भुनगा कीट मंजर (बौर) से रस चूसते हैं। फलत: मंजर (बोर) झड़ जाता है और आम का उत्पादन कम हो जाता है।

उन्होंने बागवानो को सलाह दी है कि प्रति मंजर (बोर) 10 से 12 भुनगा कीट दिखाई दे तो इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एसएल 1 मिलीलीटर दवा प्रति 2 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव कर दें। मंजर (बौर) आने के पूर्व घुलनशील गंधक 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। जब आम में पूरी तरह फल लग जाए तब इस रोग के प्रबंधन के लिए हेक्साकोनाजोल 1 मिलीलीटर दवा प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ खलील खान ने बताया कि जब तापक्रम 35 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो, तब इस रोग की उग्रता में कमी अपने आप आने लगती है।आम के छोटे फलों को गिरने से रोकने के लिए प्लेनोफिक्स एक मिलीलीटर प्रति 3 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव कर दें। 

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