ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से है परेशान तो आज की अपनाएं ये 4 योगासन, फायदे गिनते-गिनते हो जायेंगे परेशान

Yoga Day 2019

योग पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो रहा है, क्योंकि यह सेहत अच्छी रखने का माध्यम है। यह भारत की प्राचीन परंपरा की सौगात है। यह व्यायाम का एक प्रकार है, जिसमें षारीरिक क्रियाओं और अध्यात्मिक अभ्यासों का समागम होता है। यह व्यक्ति को संपूर्ण शारीरिक  और मानसिक सेहत प्रदान करने का सबसे प्रभावशाली तरीका है। जो लोग नियमित तौर पर योग का अभ्यास करते हैं, वो जानते हैं कि सही आसन में शरीर को संतुलित रखने में कितनी शक्ति की आवष्यकता होती है। इसलिए जरूरी है कि आपके शरीर को सही पोशण मिले, जो वॉलनट जैसे आहार में भरपूर होता है। इस आहार के साथ आप योग का पूरा फायदा लेने में समर्थ बनते हैं।

इस बीच बताते चले योग सेहत के लिए बेहद अच्छा होता है,खास कर उनके लिए जो कार्डियो एक्सरसाइज करने से बचते हैं या जिन्हें हैवी कार्डियो एक्सरसाइज करना मना होता है। योग ऐसे एक्सरसाइज है जिसे हर कोई कर सकता है। इसके आसान अगर सही तरीके से किए जाएं तो ये शरीर और बीमारियों को कंट्रोल करने में बेहद कारगर हैं।

डायबिटीज भी ऐसी ही बीमारी है जिसमें डाइट कंट्रोल के साथ एक्सरसाइज का बहुत महत्व है। जिन लोगों ने दोनों में बैलेंस स्थापित कर लिया उनके लिए डायबिटीज से पार पाना मुश्किल नहीं है। योग एक ऐसी ही कारगर एक्सरसाइज है जिसे करते हुए डायबिटीज को हमेशा कंट्रोल में रखा जा सकता है। डायबिटीज पेशंट्स को कम से कम चार योग जरूर करने चाहिए। आइए जाने ये चार योग हैं कौन से।

ब्लड प्रेशर और शुगर करना है कंट्रोल तो शुरू कर दें ये योगास

पश्चिमोत्तानासन
ये आसन डायबिटीज पेशंट्स के लिए बेहद जरूरी योग में शामिल है। ये अगर रोज की दिनचर्या में शामिल कर लिया जाए ता जिन्हें डायबिटीज की संभावना है वह भी इसे होने से रोक सकते हैं। ये आसन पेट की सभी समस्याओं के लिए फायदेमंद है। ये पाचन को सुधारता है और इंसुलीन के स्तर को बढ़ाता है। इसके साथ ही वेट लॉस, पेट की चर्बी घटाने, डिप्रेशन कम करने, रीढ़ की हड्डी को बेहतर करने का काम भी करता है।

धनुरासन
दूसरा बड़ा योग जो डायबिटीज पेशंट्स के एक्सरसाइज लिस्ट में जरूर शामिल होना चाहिए वह है धनुरासन । यह आसन इंसुलीन के स्तर को बढ़ाने के साथ पेट की समस्याओं के लिए भी फायदेमंद होता है। ये आसन रीढ़ की हड्डी में लोचकता भी बढ़ाती है। साथ ही ये कूल्हों और कंधों के लिए भी अच्छा है। शरीर को ऊर्जावान बनाने में भी ये बहुत कारगर है।

अर्ध मत्स्येन्द्रासन
अर्ध मत्स्येन्द्रासन गुर्दे, अग्न्याशय, छोटी आंत और लीवर के साथ डायबिटीज रोगियों के लिए भी बहुत फायदेमंद है। यह आसन अग्न्याशय पर ध्यान केंद्रित करता है और ये ही डायबिटीज के लिए फायदेमंद है। मासपेशियों के दर्द ज्यादातर डायबिटीज पेशंट्स को होता है और ये आसन उसमें बहुत लाभदायक है। कमर दर्द में भी इस आसन को जरूर करना चाहिए।

शवासन
उपरोक्त तीन आसन करने के बाद शरीर का थकना स्वभाभिक है। ऐसे में आसन करने के बाद पूरी तरह आराम करना भी बेहद जरूरी है। ऐसे में शवासन से बेहतर कोई आसन नहीं। इस आसन में करीब 15 मिनट तक खुद को रखें।

ये चार आसन ऐसे हैं जो आपको रोगमुक्त बनाने में बेहद मददगार होंगे। विशेषज्ञ की देखरेख में इन आसानों को सीख कर आप प्रतिदिन करीब 45 मिनट इन आसनों को करें।

योगा एवं सही आहार
उचित आहार शारीर एवं मन को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है, ताकि दीर्घकालिक बीमारियों का जोखिम कम रहे। योगा का पूरा लाभ उठाने के लिए यह भी आवष्यक है कि सेहतमंद आहार लिया जाए। सेहतमंद आहार न केवल आपकी पोशण की जरूरतों को पूरा करता है, बल्कि इससे ज्यादा ऊर्जा भी मिलती है और आप अपने दैनिक कार्यों पर केंद्रित हो पाते हैं।

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