के कविता का कांग्रेस पर जोरदार हमला

किसान विरोधी कांग्रेस के मंसूबे कामयाब नही होने देंगे 

किसानों के हक की आवाज उठाते रहेंगे : के कविता

भास्कर समाचार सेवा

नई दिल्ली। किसानों को 3 घंटे मुफ्त बिजली देने का अजीबोगरीब तर्क देने वाले तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को भारत राष्ट्र समिति की नेता  के कविता ने सीधी चुनौती दी है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस अपने शासन वाला कोई भी एक ऐसा राज्य बताएं जहां उसने किसानों को मुफ्त में 3 मिनट भी मुफ्त बिजली दी हो। के कविता का कहना है कि केसीआर सरकार ने किसानों के हित में विश्व स्तरीय  विकास के पैमाने सेट किए हैं। कांग्रेस मात्र तीन घंटे मुफ्त बिजली देने की बात कह कर उन पैरामीटर्स का अपमान ना करे।  उन्होंने कहा कि हमने हजारों टीएमसी से पानी को टनल और नदियों के जरिए लिफ्ट करा कर किसानों को खेतों तक पहुंचाया है। वह भी एक दम मुफ्त में। आज किसान को जितने भी पानी की आवश्यकता है वह बड़े आराम से ले सकता है। केसीआर सरकार ने किसानों को प्रति वर्ष दस हजार रुपए प्रति एकड़ की आर्थिक सहायता दी है जो कि पूरे देश में किसी भी राज्य में नहीं है। आज तेलंगाना ने धान के उत्पादन में पूरे भारतवर्ष में रिकॉर्ड बनाया है।  क्या किसानों के हित में इस तरह का एक भी कदम किसी भी कांग्रेसी सरकार ने उठाया है ? रेवंत रेड्डी के इस बयान से नाराज के कविता ने बीआरएस की दूसरी महिलाओं नेताओं के साथ सड़क पर उतरकर जबरदस्त मोर्चा निकाला। 

“क्या है ये किसान विरोधी मामला ?” 

 किसानों को मात्र तीन घंटे मुफ्त बिजली देने की बात कह कर तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने  राज्य की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है।  सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने उनके किसान विरोधी रुख के खिलाफ  विरोध प्रदर्शन किया है। पार्टी की वरिष्ठ नेता व एमएलसी के कविता ने किसानों के पक्ष में सड़क पर उतरकर जहां एक तरफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की राज्य सरकारों को किसान विरोधी करार दिया है।‌ श्रीमती कविता ने कहा कि  कांग्रेस अध्यक्ष की इस बात से कांग्रेस की किसान विरोधी विचारधारा का पता चलता है। जहां पर भी कांग्रेस की सरकारें हैं वहां के किसानों की हालत बहुत ही दयनीय है इसलिए उन पर पर्दा डालने के लिए तेलंगाना में भी कांग्रेस किसानों को मात्र 3 घंटे मुफ्त बिजली देने की बात कर रही है। ‌उल्लेखनीय है कि रेवंत रेड्डी इस समय संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा पर हैं। उन्होंने तेलुगु एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (टीएएनए) की एक बैठक के दौरान 24 घंटे मुफ्त बिजली योजना के बारे में टिप्पणी की।उन्होंने कहा कि राज्य में 95 प्रतिशत किसान छोटे और सीमांत किसान हैं, जिनके पास तीन एकड़ से कम जमीन है। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ने कहा कि प्रत्येक किसान हर दिन तीन घंटे की बिजली आपूर्ति के साथ तीन एकड़ जमीन की सिंचाई कर सकता है इसलिए  कृषि क्षेत्र के लिए आठ घंटे बिजली की आपूर्ति पर्याप्त है। उनकी इस टिप्पणी के बाद तेलंगाना की सियासत में भूचाल आ गया।   बीआरएस ने पूरे प्रदेश भर में कांग्रेस के इस किसान विरोधी बयान के खिलाफ जगह-जगह मोर्चाबंदी की। 

“क्या बोल गए रेवंत रेड्डी “

 टीपीसीसी प्रमुख ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव 24 घंटे बिजली आपूर्ति को लेकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं और राजनीतिक लाभ के लिए इसका दुरुपयोग कर रहे हैं।

सत्तारूढ़ बीआरएस ने कांग्रेस पर किसानों के खिलाफ होने का आरोप लगाकर निशाना साधा। बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने कांग्रेस पार्टी की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ राज्य भर में दो दिवसीय विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया।

बीआरएस नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई तो वह पिछले नौ वर्षों से उनकी सरकार द्वारा लागू की जा रही किसानों को 24 घंटे मुफ्त बिजली आपूर्ति को खत्म कर देगी। इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, बीआरएस जाहिर तौर पर रेवंत रेड्डी द्वारा की गई टिप्पणियों को राजनीतिक रूप से भुनाने की कोशिश कर रहा है।

इसमें आरोप लगाया गया कि रेवंत रेड्डी ने किसानों को मुफ्त बिजली देने का विरोध किया। बीआरएस ने पार्टी कार्यकर्ताओं से हर गांव में कांग्रेस पार्टी के पुतले जलाने को कहा। केसीआर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का किसानों को बिजली न देकर धोखा देने का इतिहास रहा है।

कांग्रेस पार्टी किसानों की नंबर एक दुश्मन है। ऊर्जा मंत्री जगदीश रेड्डी ने कहा, रेवंत के बयान ने एक बार फिर पार्टी को बेनकाब कर दिया है। बीआरएस द्वारा हमला शुरू करने के साथ ही कांग्रेस पार्टी ने क्षति नियंत्रण की कवायद शुरू कर दी।

इसके नेताओं ने आरोप लगाया कि बीआरएस रेवंत रेड्डी के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने की कोशिश कर रहा है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लू रवि ने दावा किया कि मुफ्त बिजली पर पेटेंट का अधिकार कांग्रेस पार्टी के पास है। उन्होंने बीआरएस नेताओं को याद दिलाया कि यह कांग्रेस पार्टी ही थी जिसने किसानों के लिए मुफ्त बिजली योजना शुरू की थी।

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