कानपुर : भाजपा पार्षद पति का मामला, रातों रात तैयार हुई आरोपियों के सरेंडर की स्क्रिप्ट

कानपुर। भाजपा पार्षद सौम्या शुक्ला के पति अंकित शुक्ला की गिरफ्तारी अब पुलिस की नाक का सवाल बन गयी थी। एक तरफ महाना गुट इस मामले में आरोपियों की पैरवी में जुटा था तो दूसरी तरफ सत्यदेव पचौरी सांसद के बयान ने पार्टी के अंदरखाने में भूचाल मचा दिया था। रातों रात आरोपियों के सरेंडर किये जाने की स्क्रिप्ट तैयारी हो गयी लेकिन पुलिस के सामने कई ऐसी शर्ते रखी गयी जो पुलिस अधिकारियों ने मानने से इंकार कर दिया। बेहद खास पुलिस सूत्र बताते है अकिंत और अन्य आरोपियों के  सरेंडर करने के बाद जमानत के दौरान पुलिस विरोध न करे और धाराओं को हल्का किये जाने की बात कही गयी थी पुलिस ने जमानत का विरोध न करने की बात मान ली बाकी की शर्तो पर बात नहीं बनी थी। लेकिन अखिर में पुलिस अफसरों का दबाव काम आ गया।

पुलिस इस मामले में इनाम बढ़ाने के साथ ही अब आरोपियों के करीबियों पर शिकंजा कसने की तैयारी में थी। एक दिन पूर्व ही पुलिस आयुक्त के कार्यालय और आवास का घेराव करके अकिंत की मुशिकले खुद उनकी पार्टी के लोगों ने बढ़ा दी थी। अपनी ही सरकार में पुलिस पर भरोसा न होने की टैग लाइन के साथ सपाईयों ने मामले में जमकर भद्दा पिटी थी। शुक्रवार को कई सपा नेता भी पुलिस लाइन में सक्रिय रहे। इस बीच पार्षद सौम्या शुक्ला जैसे ही पुलिस कार्यालय पहुंची कई सिख भी पहुंच गये। पुलिस मौके की नजाकत को भांप चुकी थी इसलिये कई थानों की पुलिस फोर्स को बुला लिया गया था। जैसे ही अंकित ने सरेंडर किया। 

-वर्जन 

पूरे मामले में ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने दो टूक कहा मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन पुलिस कर रही है। इस मामले में कई संगठन, पक्ष आकर मिले थे। सभी से वार्ता की गयी है। सीसीटीवी फूटेज, अन्य फूटेज व मेडिकल एक्सपर्ट की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस आगे की कार्यवाही करेगी। फिलहाल पांचों आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है साथ ही न्यायिक कस्टडी के लिये पत्र लिखा गया है।

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