कुष्ठ रोग खोजी अभियान 15 से..

28 तक चलेगा घर-घर अभियान,3600 टीमें लगेंगी

जनपद से रोजाना जाएगी राज्य कुष्ठ अधिकारी को रिपोर्ट

 गाजियाबाद,7 फरवरी। स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान के बाद 15 फरवरी से स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर घर जाकर कुष्ठ रोगियों को ढूंढ़ेंगी, ताकि जो लोग इस बीमारी की चपेट में आने के बाद अनजान हैं, उनका समय से उपचार शुरू कराया जा सके।   जनपद में  3600 टीमें कुष्ठ रोगी खोज अभियान  में जुटेंगी। यह सर्वेक्षण सूबे के 32 जनपदों के 371 विकास खंडों में एक साथ 28 फरवरी तक चलेगा। इस संबंध में प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) प्रशांत त्रिवेदी ने सभी  मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र भेजा है। पत्र में निर्देश दिए गए हैं कि अभियान की प्रगति की रोजाना रिपोर्ट राज्य कुष्ठ अधिकारी को भेजी जाए।

मुख्य चिकित्साधिकारी  डा. एनके गुप्ता ने बताया कि अभियान सुचारू रूप से चलाने के लिए पूरी कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। हमारा प्रयास है कि जनपद से कुष्ठ रोग का पूरी तरह सेउन्मूलन कर दिया जाए। सीएमओ ने बताया कि कुष्ठ उन्मूलन अभियान की समीक्षा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि किसी व्यक्ति के शरीर पर दाग हैं तो वह जांच जरूर कराए। इसके अलावा कान में गांठ पड़ना और आईब्रो के बाल उड़ जाना भी कुष्ठ का लक्षण हो सकता है।

जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डा. सूर्यांशु ओझा ने बताया कि जनपद में सर्वेक्षण के लिए 3600 टीमें गठित की गई हैं। इन टीमों में आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के साथ एक पुरूष कर्मी भी  मौजूदरहेगा। कुछ वॉलंटियर्स भी अभियान में शामिल किए जाएंगे। किसी व्यक्ति में कुष्ठ रोग के लक्षण दिखने पर यह टीम उसे रेफरल स्लिप बनाकर देगी। इस स्लिप को लेकर संदिग्ध रोगी कोनजदीकी  स्वास्थ्य  केंद्र  जाना  होगा।

 

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