अतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का प्रमुख और स्वघोषित खलीफा अबू अल बकर बगदादी अमेरिकी सेना के एक विशेष अभियान के दौरान शनिवार रात मारा गया। हालांकि उसके मारे जाने की खबर पहले भी कई बार आ चुकी है, लेकिन इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसकी पुष्टि की है।
आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का सरगना महज 48 साल का था, लेकिन इतने कम समय में उसने इराक और सीरिया में बर्बरता की जो मध्ययुगीन करतूत पेश की थी, जिसे देख लोग सहम गए थे।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के विशेष बल के कमाडों ने शनिवार रात सीरिया के इडलिब प्रांत के एक गांव बारिशा में बगदादी को घेर लिया। बगदादी आत्मघाती जैकेट पहनकर सुरंग में घुसा और दौड़ने लगा। इस दौरान उसने अपने तीन बच्चों को भी वहां ढाल बनाकर रखा था।
राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे कहा कि बगदादी अमेरिकी सैनिकों को निशाना बनाने के लिए बगदादी किसी भी समय अपनी आत्मघाती जैकेट में विस्फोट कर सकता था, इसलिए उसके पीछे यूएस स्पेशल ऑपरेशन फोर्सेज के प्रशिक्षित कुत्तों को लगाया गया। ये प्रशिक्षित कुत्ते काफी देर तक बगदादी को दौड़ाते रहे। अंतत: एक जगह सुरंग खत्म हो गई। बगदादी के लिए दो ही विकल्प बचे थे – अमेरिकी कमांडो की गोलियों का शिकार बने या कुत्तों का। उसने इन दोनों की जगह अपने तीन बच्चों समेत खुद को उड़ा लिया।
यहाँ मारा गया बगदादी
राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी कहा कि जब उनकी सेना के कुत्ते उसका पीछा कर रहे थे ,उस वक्त वह रो रहा था, चिल्ला रहा था और गिड़गिड़ा रहा था। इस ऑपरेशन के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह बेहद डरपोक था। इस अभियान के दौरान अमेरिकी कमांडो को कोई क्षति नहीं हुई, लेकिन उनका एक कुत्ता जरूर घायल हुआ था जिसे इलाज के लिए वापस अमेरिका लाया गया है। ट्रंप ने इस कुत्ते की प्रशंसा की है।
“He was a sick and depraved man, and now he’s gone. Baghdadi was vicious and violent and he died in a vicious and violent way”
US President Donald Trump says the “world is now a much safer place” after the killing of IS leader Abu Bakr al-Baghdadihttps://t.co/yePDgUsGuJ pic.twitter.com/WBB3nUjC4r
— BBC Breaking News (@BBCBreaking) October 27, 2019
पहली मौत: छह सितंबर 2014
बगदादी के मौत की पहली खबर छह सितंबर 2014 को जारी हुई थी। कहा गया था कि गठबंधन सेनाओं के हवाई हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गया और कुछ दिनों बाद उसकी मौत हो गई . इससे कुछ समय पहले ही आईएसआईएस ने ब्रिटिश पत्रकार का गला काटने के वीडियो को जारी किया था। लेकिन, 13 नवंबर 2014 को बगदादी का एक ऑडियो संदेश जारी हुआ जिसने उसकी मौत को लेकर किए जा रहे दावों को झूठा साबित कर दिया।
US Military Acted Quickly on Intel to Capture or Kill Baghdadi https://t.co/wvaoWp05Pz pic.twitter.com/xgZ3oF7Ci2
— Voice of America (@VOANews) October 27, 2019
दूसरी मौत: 27 अप्रैल 2015
बगदादी के दूसरी बार मरने की खबर खबर सीरिया के गोलन हाइट्स इलाके से आई। यह वही गोलन हाइट्स है जिसको लेकर सीरिया और इस्राइल में हमेशा से तनातनी चलती रहती है। इस बार ईरान के सरकारी रेडियो ने दावा किया था कि गठबंधन सेनाओं के हवाई हमले में बगदादी घायल हो गया। जिसके बाद 27 अप्रैल को सीरिया के गोलन हाइट्स इलाके में स्थित एक अस्पताल में बगदादी ने दम तोड़ दिया। इतना ही नहीं। पड़ोसी देश इराकी की न्यूज एजेंसी अलगाद प्रेस और अल-युम अल-तामेन ने बगदादी के मौत की पुष्टि की थी। लेकिन, जुलाई 2015 में बगदादी को फिर देखा गया।
#UPDATE Turkey on Sunday said there was "coordination" between Ankara and Washington before the operation which US media reports said targeted and killed Islamic State chief Abu Bakr al-Baghdadihttps://t.co/2JiqrbU9CB
— AFP News Agency (@AFP) October 27, 2019
तीसरी मौत: 12 अक्टूबर 2015
इस बार यह कहा गया कि इराक-सीरिया सीमा के समीप अपने लड़ाकों के साथ सुरक्षित स्थान पर जाने की कोशिश कर रहा बगदादी अमेरिकी फौज के भीषण हमले में अपने तीन साथियों के साथ मारा गया। लेकिन नवंबर अंत में बगदादी ने खुद संदेश जारी कर इसका खंडन किया।
चौथी मौत: नौ जून 2016
नौ जून 2016 को दावा किया गया कि सीरिया के रक्का शहर जाने की कोशिश के दौरान अमेरिकी फौज ने बगदादी को मार गिराया। कहा गया कि अमेरिकी फौज ने कारों के काफिले में छिपकर रक्का जाने की कोशिश कर रहे आईएसआईएस सरगना को हवाई हमले में मार दिया है। लेकिन, बाद में पता चला कि बगदादी उस काफिले में शामिल ही नहीं था।
विस्फोट से क्षत-विक्षत हुआ बगदादी का शरीर
विस्फोट ने बगदादी के शरीर को क्षत-विक्षत कर दिया. फिर डीएनए जांच में उसकी पहचान की पुष्टि की गई। आईएस ने लोगों पर बहुत अत्याचार किये, जिसके चलते बड़ी संख्या में लोगों को जान गंवानी पड़ी. पिछले पांच वर्षों में, बगदादी के ठिकाने के बारे में बहुत कम जानकारी मिल पाई थी। इस दौरान कई बार उसके मारे जाने की खबरें भी आई।
साल 2011 में घोषित हुआ आतंकी
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर 2011 में अमेरिका ने बगदादी को आतंकी घोषित करते हुए उसके जिंदा या मुर्दा पकड़ने के लिए पर एक करोड़ डॉलर (करीब 60 करोड़ रुपए) का ईनाम रखा। बगदादी का दूसरा नाम अबू दुआ और इब्राहिम अवाद इब्राहिम अली अल-बद्री अल-समाराई भी था। बगदादी के शासन को स्थापित करने के लिए उसके गुर्गों ने सीरिया और इराक में हजारों लोगों का कत्लेआम किया। काले लिबास में नजर आने वाला बगदादी खुद को मुहम्मद साहब के वंशजों के साथ जोड़ता था।
बगदादी की तीन बीवियों में दो के मारे जाने की खबर
मीडिया रिपोर्टों बगदादी की तीन शादियों का जिक्र है। उसकी बीवियों में असमा फावजी मोहम्मद अल-दौलैमी, इसरा रजब महल अल कैसी, साजा अल दौलैमी के नाम शामिल हैं। रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि अमेरिकी कमांडोज के ऑपरेशन में उसकी दो बीवियों को मौत के घाट उतार दिया गया है। गुल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, बगदादी की पहली पत्नी असमा फावजी मोहम्मद अल-कुबैसी उसके रिश्तेदारों की बेटी है। वह पांच बच्चों की मां है। दूसरी पत्नी इसरा रजब महल अल कैसी का एक बच्चा है। फिलहाल, इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि अमेरिकी कमांडोज के ऑपरेशन में किन महिलाओं की मौत हुई है।
अब बगदादी के उत्तराधिकारियों पर नजर
ट्रंप ने बगदादी के मारे जाने की घोषणा के बाद पत्रकारों से कहा, ”हम उसके उत्तराधिकारियों के बारे में जानते हैं। उन पर हमारी नजर है। ” उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, इस साल के शुरुआत में अमेरिकी सैनिकों ने अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के बेटे हमजा बिन लादेन को मार गिराया था। ट्रंप ने कहा, ”हमजा बिन लादेन को मार गिराना बड़ी उपलब्धि थी। लेकिन यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। ओसामा बिन लादेन बहुत बड़ा आतंकवादी था। लेकिन लादेन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले से बड़ा आतंकवादी बना था. वहीं बगदादी ने पूरे क्षेत्र पर कब्जा करके एक देश बना लिया था जिसे वह ‘खिलाफत’ कहता था। “