पुलवामा में आतंकी हमले से पूरे देश लोगों में गुस्से की लहर है। लोगों ने पाकिस्तान का पुतला फूंककर अपना गुस्सा जाहिर किया और केंद्र सरकार से आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने की मांग की। लवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के लोगों ने श्रद्धांजलि दी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरूवार को आतंकी हमले में घायल हुए 30 जवानों में से चार गम्भीर रूप से घायल जवानों ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है। अस्पताल में शहीद हुए जवानों के साथ ही अब इस हमले में शहादत पाने वाले जवानों की संख्या 48 हो गई है। गुरूवार को हुए इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए थे जबकि इस दौरान 30 जवान घायल हुए थे।
इस बीच महाराष्ट्र के यवतमाल शहर में कई विकास कार्यक्रमों की आधारशिला रखने के लिए आयोजित रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर पुलवामा हमले का जिक्र कर देशवासियों को आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि मैंने कल भी कहा है और आज भी दोहरा रहा हूं। पुलवामा के शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पीएम ने कहा, ‘आतंकी संगठनों ने, आतंक के सरपरस्तों ने जो गुनाह किया है, वे चाहे जितना छिपने की कोशिश करें उन्हें सजा जरूर दी जाएगी।’
रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा
हम अपने सुरक्षाबलों के पराक्रम पर गर्व और भरोसा करते हैं। सैनिकों में और विशेषकर सीआरपीएफ में जो गुस्सा है, वो भी देश समझ रहा है और इसीलिए सुरक्षाबलों को खुली छूट दे दी गई है। उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि इस समय हम किस गहरी वेदना से गुजर रहे हैं। पुलवामा में जो कुछ हुआ, आतंकियों की हरकत को लेकर आपके आक्रोश को मैं समझ सकता हूं।
सुरक्षाबलों को खूली छूट दी गई है: पीएम मोदी
आतंकी संगठनों ने, आतंक के सरपरस्तों ने जो गुनाह किया है, वो चाहे जितना छिपने की कोशिश करें, उन्हें सजा हर हाल में दी जायेगी। सैनिकों में और विशेषकर CRPF में जो गुस्सा है, वो भी देश समझ रहा है। इसलिए सुरक्षाबलों को खूली छूट दी गई है।
PM ने कहा मुझे पता है कि पुलवामा में जो कुछ हुआ उसके बाद हम सभी बहुत दर्द में हैं, मैं आपके गुस्से को समझता हूं। हमले में महाराष्ट्र के दो बेटों की जान चली गई, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
Prime Minister Narendra Modi in Yavatmal, Maharashtra: I know that we are all in immense pain after what happend in Pulwama, I understand your anger. Two sons from Maharashtra lost their lives in the attack, their sacrifice won’t go in vain. #PulwamaAttack pic.twitter.com/y9iyREgr9W
— ANI (@ANI) February 16, 2019
‘पाकिस्तान आतंक का दूसरा नाम’
पीएम ने आगे कहा, ‘बंटवारे के बाद अस्तित्व में आया एक देश, जहां आतंकवाद को पनाह दी जाती है, आज दिवालिया होने के कगार पर खड़ा है। वह आतंक का दूसरा नाम बन चुका है।’ उन्होंने कहा कि मैं देश को फिर भरोसा दिलााता हूं कि धैर्य रखें। अपने जवानों पर भरोसा रखें। पुलवामा के गुनहगारों को सजा कैसे दी जाएगी, कहां दी जाएगी, कब दी जाएगी, कौन देगा, किस प्रकार की सजा देगा, ये सब हमारे जवान तय करेंगे।