पंजाब चुनाव 2022 : 7 दिन में कोरोना के मरीजों ने तोड़ा दम,फ़िर भी चुनाव प्रचार जारी

फाइल फोटो

पंजाब में चुनावी रैलियों के बावजूद कोरोना महामारी ने तेज़ी पकड़ ली है। पिछले एक हफ्ते में 85 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं 781 मरीज ऑक्सीजन, आईसीयू और वेंटिलेटर के सपोर्ट पर जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं। कोरोना का यह घातक चलता रहा तो आने वाले दिनों में मौतों का आँकड़ा तेजी से बढ़ सकता है। वहीं गंभीर कोरोना मरीजों के लिए संकट खड़ा हो सकता है।

कोरोना से बढ़ता जा रहा हैं आंकड़ा

पंजाब में 10 जनवरी को कोरोना से 4 लोगों की मौत हुई। यह 4 मौत अमृतसर, जालंधर और लुधियाना में हुई थीं। 11 जनवरी को 9, 12 जनवरी को 10, 13 जनवरी को 6, 14 जनवरी को 21 मौत और 15 जनवरी को 22 लोगों ने दम तोड़ दिया। 16 जनवरी को फिर 13 लोगों की मौत हो गई। यह मौत अमृतसर, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, लुधियाना, मानसा, पठानकोट, पटियाला और मोहाली में हुईं।

लाइफ सेविंग सपोर्ट पर पहुँचने वाले मरीजों का आंकड़ा

इतनी मौत के बाद सबसे डरावना आंकड़ा लाइफ सेविंग सपोर्ट पर पहुंचने वाले मरीजों का है। 10 जनवरी को 401 मरीज लाइफ सेविंग सपोर्ट पर थे। इनमें 304 ऑक्सीजन पर, 85 आईसीयू में और 12 वेंटिलेटर पर थे। 16 जनवरी को यह आंकड़ा बढ़कर 781 हो गया। इनमें ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजों कि 585 पहुंच गई। वहीं आईसीयू वाले मरीज 163 और वेंटिलेटर वाले 33 हो गए।

पंजाब में कोरोना मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ा

रविवार को पंजाब सरकार ने 35,626 टेस्ट किए गए, जिनमें से 7,396 मरीज मिले। पंजाब का पॉजिटिविटी रेट 20.76% रहा यानी हर 5वां व्यक्ति पॉजिटिव मिला। सबसे चिंताजनक हालत मोहाली की है, जहां 1832 नए मरीज मिले और यहां रिकॉर्डतोड़ पॉजिटिविटी रेट 68.21% रहा। इसके अलावा लुधियाना में 1,144, अमृतसर में 963 और जालंधर में 570 मरीज मिले।

पंजाब में रविवार को कोरोना रोगियों की स्थिति…

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