व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त रखने के दिये निर्देश बांदा। जिले में चल रहे कोविड वैक्सीनेशन को लेकर जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण दौरान खामियों को देख डीएम खफा रहे। उन्होंने कहा कि जिले का कलेक्टर हूं, कहीं भी आकस्मिक निरीक्षण कर सकता हूं। उन्होंने नए व पुराने अस्पताल भवनों का भी निरीक्षण किया। व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। कहा कि निरीक्षण दौरान मिली खामियों पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। जिले में कोविड-19 वैक्सीनेशन का काम तेजी से हो रहा है, जिसमें स्वास्थ विभाग की टीमों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। रविवार को जिला अधिकारी अनुराग पटेल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में तमाम खामियां नजर आईं। जिस पर नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि मैं जिले का कलेक्टर हूं। कहीं भी आकस्मिक निरीक्षण कर सकता हूं। छह एएनएम का वेतन रोका, डॉक्टर से मांगा स्पष्टीकरण जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिसंडा का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय डॉ.संजय सहवाल उपस्थित मिले। जेएसवाई महिला वार्ड का निरीक्षण किया। वहां पर बेडशीट गंदी पाई गईं। एएनएम साधना ने बताया कि उन्हें माह अगस्त, सितंबर का वेतन नहीं मिला है जिलाधिकारी ने संबंधित डॉक्टर को निर्देशित किया कि कर्मियों का वेतन तत्काल दिया जाए। निरीक्षण के दौरान पाया कि जहां कोल्ड चैन (वैक्सीनेशन) रखी जाती हैं वहां पर छह डिब्बे वैक्सीन के खुले में रखी पाईं। मुन्नालाल सुपरवाइजर ने बताया कि एएनएम राम देवी, सिया दुलारी, भानुवती, ममता रैकवार, शारदा वर्मा, सुशीला बिना अनुमति के अवकाश पर हैं। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की। जिलाधिकारी ने एमवाईसी सहित 6 एएनएम का माह जनवरी का वेतन रोके जाने के निर्देश दिये। साथ ही स्पष्टीकरण मांगा। एमरजेंसी ड्यूटी के दौरान डॉ.प्रदीप कुमार भी अनुपस्थित पाए गए। उनसे भी स्पष्टीकरण मांगा गया।