लखीमपुर खीरी : गंगा में विसर्जन के इंतजार में अस्थि कलश, श्राद्ध पिंडदान से पितृ होते हैं मुक्त

गोला गोकर्णनाथ खीरी। पुराणों में पितरों की मुक्ति के लिए अस्थियों का गंगा जी में विसर्जन के पश्चात गया धाम में श्राद्ध पिंडदान करने के लिए कहा गया है किंतु छोटी काशी के लगभग तीन सौ वाशिंदे अपने पूर्वजों की अस्थियां कलश में संजोकर मुक्तिधाम में भूल गए हैं, यह अस्थि कलश गंगा में विसर्जन … Read more

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