टिहरी : यूक्रेन में फंसे बच्चों के लिए केंद्र से मांगी मदद

कांग्रेस ने जिलाधिकारी के माध्यम से भारत सरकार से की जल्द घर वापसी की मांग

भास्कर समाचार सेवा

टिहरी। कांग्रेस ने जिलाधिकारी के माध्यम से भारत सरकार से यूक्रेन में फंसे राज्य के बच्चों को वापस लाने के लिए मदद की मांग की है। विगत सप्ताह ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल  ने समय रहते मुख्यमंत्री  के माध्यम से पत्र लिखकर आग्रह किया था कि भारत के सभी नागरिकों को, जो यूक्रेन में हैं, उन्हें युद्ध शुरु होने से पहले ही सकुशल स्वदेश लाया जाए, किंतु राज्य व केंद्र सरकार ने इस अहम सुझाव को हल्के में लिया।

जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा एवं प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट ने जिलाधिकारी के माध्यम से भारत सरकार के विदेश मंत्रालय से यूक्रेन में फंसे हुए बच्चों एवं नागरिकों को जल्द सकुशल  भारत वापसी के लिए आग्रह किया है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट ने कहा कि भारत सरकार भारत के सभी नागरिकों व पढ़ाई कर रहे बच्चों को, जो यूक्रेन में फँसे हैं, उन्हें  सकुशल घर पहुंचाने के लिए पूरी ताकत से प्रयास करे। हमें अपनी भारत की सरकार पर पूर्ण भरोसा है कि वे विदेश मामलों के इस महत्वपूर्ण मामले मे भारत की विदेश नीति को कायम रखेंगे। कांग्रेस इस घड़ी में सरकार के साथ खड़ी है।

मेडिकल की पढ़ाई कर रहे पुरोला के दो छात्र यूक्रेन में फंसे
खारक्यू शहर में दोनों भाई बहन हैं एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र

नगर के दो चचेरे भाई बहन अस्मिता एवं विनायक यूक्रेन खारक्यू में बीते दिसंबर से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। विनायक के पिता रमेश थपलियाल की पुरोला बाजार व अस्मिता के पिता राजेंद्र थपलियाल की मोरी नेटवाड बाजार में मेडिकल स्टोर की दुकान है।
 विनायक व अस्मिता के पिता रमेश व राजेंद्र दोनों सगे भाई हैं। रमेश थपलियाल ने बताया कि दिसंबर में ही दोनों
भाई बहनों ने यूक्रेन के खारक्यू शहर के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया है। दो दिन पूर्व ही यूक्रेन में युद्ध की खबर व शहर के हालतों के बारे में बच्चों से बात हुई। दोनों अन्य भारतीय छात्रों के साथ ही डरे हुए हैं, लेकिन सुरक्षित हैं।

उन्होंने ने बताया कि गुरूवार को दिल्ली में रह रहे एक रिश्तेदार की गृह मंत्रालय से बच्चों की सुरक्षा लेकर बात हुई है। यूक्रेन में फंसे छात्रों को सुरक्षित निकालने लिए समय रहते प्रयास करने की अपील की गई है। शुक्रवार को भी बच्चों से बात हुई। बच्चों नें बताया कि अभी तक सब ठीक-ठाक सुरक्षित हैं, लेकिन डर का माहौल बना हुआ है। किसी कारण फोन-इंटरनेट पर संपर्क न होने पर परेशान न हों, हम ग्रुप के 30 अन्य छात्रों के साथ बंकरों में सुरक्षित हैं। 

आपातकालीन नंबर 112 पर उपलब्ध कराएं सूचना: इवा

जिलाधिकारी इवा श्रीवास्तव ने कहा कि राजनीतिक परिस्थितियों के दृष्टिगत यूक्रेन में निवासरत उत्तराखंड के नागरिकों का विवरण प्राप्त किया जा रहा है, ताकि उनकी सुरक्षा के संबंध में विदेश मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से आगे की कार्यवाही की जा सके। यूक्रेन में निवासरत उत्तराखंड के नागरिकों का विवरण आपातकालीन नंबर 112 पर उपलब्ध करा सकते हैं। वर्तमान में यूक्रेन में राजनीतिक परिस्स्थितियों के दृष्टिगत यूक्रेन में निवासरत उत्तराखंड के नागरिकों का विवरण नाम, उत्तराखंड राज्य एवं यूक्रेन में पता, मोबाइल नंबर, ई-मेल, पासपोर्ट नंबर इत्यादि प्राप्त किया जाना जरूरी है, ताकि उनकी सुरक्षा के संबंध में विदेश मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से आगे की कार्यवाही की जा सके।

जिलाधिकारी ने जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं समस्त उपजिलाधिकारी को अपने-अपने क्षेत्रांतर्गत जनपद टिहरी गढ़वाल से यूक्रेन गए राज्य के नागरिकों के संबंध में प्रस्तर-01 में विहित अपेक्षानुसार सूचना/विवरण तत्काल उपलब्ध कराने को कहा है।

यूक्रेन में पौड़ी के 11 लोगों की सूचना प्रशासन ने जुटाई  

पौड़ी जिले से अब तक 11 लोगों के यूक्रेन में फंसे होने की पुष्टि जिला प्रशासन ने की है, जिनसे संपर्क स्थापित करने के प्रयासों में जिला प्रशासन जुटा हुआ है। वहीं यूक्रेन में फंसे जिले के 11 लोगों के परिवारजनों से जिलाधिकारी ने संपर्क स्थापित कर वार्ता की है। परिवार जनों ने जिला प्रशासन से भी मदद की गुहार लगाई है। बताया जा रहा है कि जिले के श्रीनगर, लैंसडाउन और कोटद्वार क्षेत्र से यूक्रेन गए 11 लोग यूक्रेन में फंसे हैं, जहां अभी जंग जारी है। ऐसे में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी डीएम को निर्देश दिए हैं कि ऐसे सभी लोगों की पूर्ण जानकारी तत्काल सरकार तक पहुंचाएं, जिससे विदेश मंत्रालय से संपर्क स्थापित कर पूरी सूची विदेश मंत्रालय को दी जा सके।

काशीपुर के चार छात्र यूक्रेन संकट के बीच फंसे

काशीपुर के चार छात्र यूक्रेन संकट के बीच फंसे होने की जानकारी सामने आई है। काशीपुर के परसादी बाग निवासी शमीम सैफी की पुत्री उंजिला, जसपुरखुर्द निवासी नरेंद्र सिंह की पुत्री सुखवीर कौर और लक्ष्मीपुरपट्टी निवासी गुड्डू आढ़ती का पुत्र अहमद शम्स और पुत्री मरियम यूक्रेन में फंसे हैं। ये चारों छात्र वहां एमबीबीएस का कोर्स करने के लिए गए हुए हैं। शमीम सैफी ने बताया कि यूक्रेन पर रुसी सेना ने गोलाबारी की तो उनकी बेटी उंजिला खारकिव इंटरनेशनल यूनिव‌र्सिटी में ही थी। पहले खारकिव यूनिवर्सिटी ने छात्रों को बाहर निकलने की अनुमति नहीं दे रहा था। इस कारण उंजिला वापस अपने देश नहीं लौट पाई थी। शमीम ने बताया कि बुधवार रात करीब साढ़े दस बजे उनके मोबाइल पर बेटी उंजिला की कॉल आई। उसने बताया कि यूनिव‌र्सिटी की ओर से तत्काल खारकिव छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने का अलर्ट जारी किया गया था।

गुरुवार तड़के रुसी सेना ने गोलाबारी शुरु कर दी। गोलाबारी के बीच वह अपनी हैदराबादी सहपाठी के साथ वहां से निकल गई। इस दौरान बस टर्मिनल्स पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। बरहहाल उन्होने मैट्रों के बेसमेंट में शरण ली है। लक्ष्मीपुरपट्टी निवासी गुड्डू आढ़ती के पुत्र अहमद और पुत्री मरियम भी खारकिव में है। परिवार के लोग उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित है। इन दोनों भाई-बहनों ने भी एक भवन के बेसमेट में शरण ली हुई है। जसपुरखुर्द निवासी नरेंद्र की बेटी सुखवीर ‌कौर यू‌क्रेन के विनिसिया शहर में हैं। यहां से खारकिव की दूरी काफी है। सुखवीर कौर सुरक्षित क्षेत्र में होना बताई गई है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें