अवैध डुप्लीकेट रोडवेज बसों के संचालन में हो रहा खेल

डग्गेमारी बस व उनके स्टैण्ड बंद कराने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से मिला सुभासपा का प्रतिनिधि मंडल

भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। अवैध डग्गेमारी बसों का संचालन बंद कराने के सम्बन्ध में मंगलवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी पश्चिमी उप्र का एक प्रतिनिधि मण्डल जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक से मिला। जिसमें क्षेत्रीय प्रबन्धक, भैंसाली डिपो, मेरठ व संभागीय परिवहन अधिकारी के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने में किये गये खेल को वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष रखा गया।
प्रतिनिधि मंडल ने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया कि मेरठ में एक गैंग द्वारा अवैध डग्गेमारी बस स्टैण्ड मेरठ संचालित किया जा रहा है। आपके आदेश के अनुपालन में दर्जन भर अवैध रुप से रोडवेज रंग में डग्गेमारी करती हुई पकड़ी गई पर एआरएम द्वारा सिर्फ 6 बसों के विरुद्ध 31 मई 2022 को अज्ञात में प्राथमिकी सूचना नम्बर 0091 थाना सदर बाजार में दर्ज कराई गई थी। जबकि मौके पर तीन बसें संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ कार्यालय) में खड़ी है। ज्यादातार बसों का प्रदूषण, बीमा, फिटनैस व वैधता समाप्त हुए वर्षों गुजर चुके है। जबकि बस मालिकों का नाम गाड़ी के नम्बर डालते ही आनलाईन चैक हो जाता है, फिर भी प्राथिमिकी अज्ञात में क्यों दर्ज कराई गई। बसें पकड़े जाने के बावजूद और आपके सख्त आदेश होने के बावजूद आज भी इन अवैध डग्गेमारी बसों का संचालन किस प्रकार से सुचारु रुप से किया जा रहा है। इसमें बिना क्षेत्रीय प्रबन्धक, भैंसाली डिपो, एसपी यातायात, संभागीय परिवहन अधिकारी की मिलीभगत के सम्भव नहीं है। इसी प्रकार अंदेशा है कि अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज कराकर व विवेचक से सांठ गांठ कर डग्गेमार गैंग को बचाने में बड़ा खेल किया जा सकता है। प्रतिनिधि मंडल द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों से सरकार के राजस्व को चूना लगाने व भोली भाली जनता को भ्रमित कर यात्रा कराने वालों के बीच ठोस कार्यावाही करने की मांग की गई। इस सम्बन्ध में एक पत्र मुख्यमंत्री को भी उच्च स्तरीय जांच हेतु एक प्रेषित कर दिया गया है। प्रतिनिधि मंडल में संदीप तितौरिया खटिक, सरदार अमनदीप सिंह, शरद तुरैहा, विपुल सिंह, दीपांशु, परविन्दर, जमालुद्दीन सैफी, मनिन्दर गुर्जर आदि शामिल रहे।

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